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हनीप्रीत को सता रही गुरमीत की याद, कहा- पापा के पीठ में दर्द होगा, मुझे जाने दो

जेल में बंद हनीप्रीत इंसा को अपने पापा गुरमीत राम रहीम की याद सता रही है। बलात्कारी बाबा की खीस राजदार हनीप्रीत उनसे मिलना चाहती है। हनीप्रीत ने पुलिस अधिकारियों से राम रहीम से मिलने की गुजारिश की। हनीप्रीत का कहना है कि 'पापजी की पीठ और कमर में में दर्द रहता है इसलिए मुझे वहां भेज दो।'

priyankajoshi
Published on: 8 Oct 2017 7:00 AM GMT
हनीप्रीत को सता रही गुरमीत की याद, कहा- पापा के पीठ में दर्द होगा, मुझे जाने दो
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पंचकूला: जेल में बंद हनीप्रीत इंसा को अपने पापा गुरमीत राम रहीम की याद सता रही है। बलात्कारी बाबा की खास राजदार हनीप्रीत उनसे मिलना चाहती है।

हनीप्रीत ने पुलिस अधिकारियों से राम रहीम से मिलने की गुजारिश की। हनीप्रीत का कहना है कि 'पापजी की पीठ और कमर में में दर्द रहता है इसलिए मुझे वहां भेज दो।'

सूत्रों के मुताबिक लेडी डॉक्टर ने उसे डांटते हुए यह कहा था कि 'तुम डॉक्टर हो जो गुरमीत राम रहीम कमर दर्द से परेशान है तो जाने की बात कह रही हो।' वहीं जेल में बंद गुरमीत राम रहीम ने जेल पहुंचते ही सबसे पहले जेल अधिकारियों से अनुरोध किया कि हनीप्रीत इंसा को उसके साथ रहने की इजाजत दे दी जाए क्योंकि वह उसकी फिजियोथैरेपिस्ट है।

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पीड़िताओं ने की उम्र कैद की मांग

साध्वी से रेप के आरोप में राम रहीम को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट द्वारा 20 साल की सजा को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इसके साथ हा दोनों पीड़िताओं ने सजा को बढ़ाकर उम्र कैद में तब्दील करने की मांग की है। दोनों पिटिशन पर एक साथ ही सोमवार को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस सुधीर मित्तल की बेंच सुनवाई करेगी।

क्या कहा पिटिशन में?

पिटिशन में कहा गया कि सीबीआई की कोर्ट ने सभी फैक्ट्स को सही से नहीं देखा गया। महज अफवाहों के आधार पर ही सजा सुना दी गई। अपील में कहा गया है कि बाबा का मेडिकल तक नहीं कराया गया। यह जानना भी जरूरी नहीं समझा गया कि बाबा रेप कर भी सकते हैं या नहीं। यही नहीं दो अलग अलग डेरों में अलग अलग समय पर हुए रेप के मामलों को एक साथ कर सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया। इसमें भी विक्टिम एक साल तक कुछ नहीं बोलीं। अपने घर वालों को भी कुछ नहीं बताया। अगर बताया तो फिर वे एक साल तक चुप क्यों रहे। ऐसे में आरोप साबित करने में खामियों के बावजूद जज ने पूर्वाग्रह के आधार पर ही सजा सुना दी।

प्रियंका के बाद अब हनीप्रीत के तीसरे नाम गुरलीन इंसा की चर्चा है। पुलिस जांच में पता चला है कि गुरलीन इंसा के नाम से उसके पास एक मोबाइल सिम था। हरियाणा पुलिस की एसआईटी इसकी जांच कर रही है।

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बनाई थी फेक आईडी

बताया जा रहा है कि हनीप्रीत ने गुरलीन के नाम से एक फेसबुक आईडी भी बनाई थी। लेकिन इसकी कई जानकारियों को डिलीट कर दिया गया। पुलिस साइबर एक्सपर्ट से ये जांच करवाने में लगी है कि छिपने के दौरान हनीप्रीत ने फेसबुक ऑपरेट करने के साथ-साथ ऑडियो और वीडियो कॉल्स करने और इंटरनेट ऑपरेट करने के लिए गुरलीन इंसा के नाम से मोबाइल सिम लेकर पुलिस को धोखा देने की कोशिश तो नहीं की।

बता दें कि 3 अक्टूबर को हनीप्रीत सामने आई थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके पूछताछ कर रही है। पुलिस को उससे कई अहम सुराग मिले हैं।

हनीप्रीत अपने आसपास गस्त कर रही महिला पुलिस कर्मियों से भी वह कुछ ज्यादा बात नहीं करती। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि हनीप्रीत को खाने-पीने में कोई दिलचस्पी नहीं है वह मन ही मन ख्यालों मे खोई रहती है। वहीं हनीप्रीत को शायद नहीं मालूम कि गुरमीत राम रहीम ने जेल की रोटियां खा कर अपना 6 किलो वजन कम कर दिया है और अब उसकी दवाइयों का डोज भी घटकर आधा हो गया है।

priyankajoshi

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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