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Hotel Star Rating: आखिर कैसे तय होते हैं होटल के स्टार्स, जानिए इससे जुड़े नियम

Hotel Star Rating: भारत में होटल के स्टार्स पार्किंग और उसके ओढ़ने वाली चादर की क्वालिटी पर निर्भर करता है। अन्य सुविधाएं जो होटल को उच्च रेटिंग दिलाने में मदद करती हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 18 Jan 2023 5:28 PM IST
Hotel Star Rating
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Hotel Star Rating (photo: social media )

Hotel Star Rating: छुट्टियों का सीजन शुरू होते ही हम ट्रिप की प्लानिंग करने लगते हैं। अगर छुट्टियां थोड़ी लंबी होती हैं, तो हम लॉन्ग डिस्टेंस ट्रैवलिंग का प्लान बनाते हैं। ऐसे में हमारे जेहन में सबसे पहले उस स्थान का ख्याल आता है, जहां हमें ठहरना होता है यानी होटल का। लंबी दूरी की यात्रा के लिए जरूरी है कि ठहरने का स्थान आरामदायक और सुविधाओं से युक्त हो। पर्यटक अपने बजट के अनुसार, टू स्टार, थ्री स्टार या फाइव स्टार होटल का चयन करते हैं।

लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर इन होटलों को किस आधार पर स्टार रेंटिंग दी जाती है। कैसे माना जाता है कि कोई होटल थ्री या फाइव स्टार है। भारत में पर्यटन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली होटल और रेस्तरां प्रत्यायन समिति (HRACC) होटलों को कुछ मापदंडों के आधार पर रैंक तय करती है। हर देश में होटल को रेटिंग देने के नियम अलग-अलग होते हैं। किसी देश का पांच सितारा होटल किसी दूसरे देश में तीन सितारा होटल की श्रेणी में भी आ सकता है।

भारत में कैसे तय होते हैं होटल के स्टार्स

भारत में होटल के स्टार्स पार्किंग और उसके ओढ़ने वाली चादर की क्वालिटी पर निर्भर करता है। अन्य सुविधाएं जो होटल को उच्च रेटिंग दिलाने में मदद करती हैं, उनमें शौचालय के बगल में फोन और बाथरूम में कम से कम तीन हुक होना शामिल हैं। चार और पांच सितारा होटालों के लिए अलग मापदंड बनाए गए हैं। चार और पांच सितारा होटलों की पूरी प्रॉपर्टी में एयर कंडीशनिंग होनी चाहिए। 4 सितारा होटल का बाथरूम साइज 3.3 स्कवायर मीटर से कम नहीं होना चाहिए। वहीं, 5 सितारा होटल का बाथरूम साइज 4.1 स्कवायर मीटर से कम नहीं होना चाहिए।

कितने स्टार तक के होते हैं होटल और क्या है उसका मतलब ?

1 सितारा होटल

एक सितारा होटल में बेहद मामूली सुविधाएं दी जाती हैं। इसमें एक बेड के साथ एक टेबल लगी होती है। ग्राहकों को बाथरूम दूसरे कमरों के साथ शेयर करना पड़ता है। यहां ठहरने वालों को स्नैक बाहर से लेने पड़ते हैं। इन होटलों में रूम सर्विस बहुत कम देखने को मिलता है।

2 सितारा होटल

टू स्टार होटल का दर्ज वन स्टार से थोड़ा ऊपर होता है। यहां आपको प्राइवेट बाथरूम मिलेगा। कमरे में टीवी, फोन और कपड़े का आलमीरा भी मौजूद रहेगा। 24 घंटे रिसेप्शन डेस्क की सुविधा भी मिलेगी।

3 सितारा होटल

तीन सितारा होटलों को पॉकेट फ्रेंडली होटल भी कहा गया है। यहां पर आपको किफायती दर पर वन और टू स्टार होटल से बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। कमरे में स्पेस ज्यादा होगा। रूम सर्विस के साथ – साथ आपको स्नैक भी होटल की तरफ से दिया जाएगा।

4 सितारा होटल

चार सितारा होटल में आपको वेलकम करने वाला डेकोर, बड़ी स्पेस वाले रूम, बड़े बेड्स, रूम सर्विस, बुफे के ऑप्शन, कॉन्फ्रेंस रूम, फिटनेस सेंटर, मिनीबार, ब्रेक फास्ट और वर्क स्टेशन समेत कई सुविधाएं देते हैं। ये सुविधाएं आपके स्टे को काफी आरामदायक बनाती हैं।

5 सितारा होटल

पांच सितारा या फाइव स्टार होटल एक लग्जरी होटल होता है। यहां पर मिलने वाली तमाम तरह की सुविधाएं काफी लग्जरी होती हैं, इसलिए ये काफी महंगा होता है। लग्जरी स्पा, रेस्तरां, वेलकम गिफ्ट्स, बटलर सर्विस, बाथटब के साथ बाथरूम, ब्रेकफास्ट बुफे में कई वैराइटी, लग्जरी वाशरूम और दुनियाभर की डिशेज, ये कई सुविधाएं जो यहां आने वाले ग्राहकों को दी जाती हैं।

7 सितारा होटल

सात सितारा होटल को सबसे अधिक विलासी होटल माना जाता है। यहां पर मिलने वाली सुविधाएं फाइव स्टार होटलों से भी उच्च दर्जे की होती हैं। इटली के मिलान शहर में केवल एक आधिकारिक सात सितारा होटल है, जिसका नाम होटल सेवन स्टार्स गैलेरिया है।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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