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हुर्रियत को राज्यपाल का संदेश- मुझे विदेशी नहीं समझना चाहिए

मलिक ने कहा, जैसा कि मैं एक आम आदमी के लिए उपलब्ध हूं, मैं हुर्रियत के लिए भी उपलब्ध हूं। यदि यहां के निवासियों पर अत्याचार के संबंध में कुछ घटना होती है, तो मैं अपनी पूरी ताकतों के साथ न्याय देने का प्रयास करूंगा। मैं हुर्रियत के वरिष्ठ नेताओं और उनकी इच्छा का सम्मान करता हूं।

Rishi
Published on: 16 Jan 2019 10:39 AM GMT
हुर्रियत को राज्यपाल का संदेश- मुझे विदेशी नहीं समझना चाहिए
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श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हुर्रियत को उन्हें विदेशी नहीं समझना चाहिए। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अलगाववादी नेताओं से उन्होंने कहा, आम जनता के साथ ज्यादती या अन्याय के मामलों की जानकारी सीधे उन्हें दी जाए।

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क्या बोले राज्यपाल

मलिक ने कहा, जैसा कि मैं एक आम आदमी के लिए उपलब्ध हूं, मैं हुर्रियत के लिए भी उपलब्ध हूं। यदि यहां के निवासियों पर अत्याचार के संबंध में कुछ घटना होती है, तो मैं अपनी पूरी ताकतों के साथ न्याय देने का प्रयास करूंगा। मैं हुर्रियत के वरिष्ठ नेताओं और उनकी इच्छा का सम्मान करता हूं।

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उन्होंने कहा, हुर्रियत के साथ विचार-विमर्श को राजनीतिक नहीं कहा जा सकता। राज्यपाल होने के नाते मेरे पास उनके साथ राजनीतिक चर्चा करने की शक्तियां नहीं हैं। केवल केंद्र के पास ऐसा करने का अधिकार है।'

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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