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'मैं सिर झुकाकर माफी मांगता हूं'..., छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर बोले PM मोदी, Video
PM Modi in Palghar: पीएम मोदी आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे कि उन्होंने बीच में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने का वाकया मौजूद जनता के सामने जिक्र करते हुए मंच से हाथ जोड़कर सिर झुकाते हुए कहा कि, 'शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं।
PM Modi in Palghar: महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने का मामला इन दिनों काफी सुर्खियों में है। इस मामले को लेकर विरोधी दल जमकर राज्य व केंद्र सरकार को घेरते हुए सियासत कर रहे हैं। शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर राज्य सरकार के कई बड़े नेता सामूहिक रूप से माफी मांग चुके हैं। अब इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी माफी मांगी है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र के दौरे पर रहे। मुंबई में एक कार्यक्रम के बाद सीधे पालघर पहुंचे, यहां पर उन्होंने कई विभिन्न परियोजनाओं का उद्धाटन-शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे कि उन्होंने बीच में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने का वाकया मौजूद जनता के सामने जिक्र करते हुए मंच से हाथ जोड़कर सिर झुकाते हुए कहा कि, 'शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं।
हमारे संस्कार अलग हैं
कार्यक्रम को संबोधित कर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज से सिर झुकाकर माफी मांगता हूं। हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत इस धरती के सपूत वीर सावरकर को गाली देते रहें और उनका अपमान करते रहें। वे माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं, वे अदालतों में जाकर लड़ने के लिए तैयार हैं। उनको पाश्चाताप नहीं होता है। महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है।
शिवाजी महाराज ने देश की प्रगाति के लिए कई फैसले लिए
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो हुआ, आज मैं सिर झुकाकर मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज जी के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज... मेरे लिए सिर्फ नाम नहीं हैं, हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य देव हैं। समय था, जब भारत को विश्व के सबसे समृद्ध और सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था। भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार था- भारत की सामुद्रिक सामर्थ्य... हमारी इस ताकत को महाराष्ट्र से बेहतर और कौन जानेगा? छत्रपति शिवाजी महाराज उन्होंने समुद्री व्यापार को, समुद्री शक्ति को एक नई ऊंचाई दी थी। उन्होंने नई नीतियां बनाई, देश की प्रगति के लिए फैसले लिए।
शिवाजी की प्रतिमा के सामने राष्ट्रसेवा की यात्रा शुरू की
पीएम मोदी ने कहा कि जब 2013 में भाजपा ने मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में निश्चित किया, तो मैंने सबसे पहले रायगढ़ के किले में जाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठ कर प्रार्थना की और राष्ट्रसेवा की एक नई यात्रा आरंभ की थी।
वाधवन बंदरगाह की रखी गई आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पालघर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए 76,000 करोड़ रुपये की वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी। इसके अलावा 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इससे पहले उन्होंने मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 को भी संबोधित किया। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल मौजूद रहे।