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छोटा IAS-बड़ी ताकत: कम उम्र में बना ऑफिसर, अब बड़े-बड़े अधिकारी कर रहे सलाम

बिहार के मुंकुद कुमार झा ने यूपीएससी(UPSC) की परीक्षा पास कर परिवार का नाम ही रोशन नहीं किया है, बल्कि तैयारी कर रहे लोगों का सीख भी दी है। आईएएस(IAS) मुकुंद ने अपने इंटरव्यू में बताया कि जब वो चौथी-पांचवी कक्षा में पढ़ते थे, तभी उन्होंने आईएएस-आईपीएस शब्द कहीं पढ़े थे।

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Published on: 19 Nov 2020 12:53 PM GMT
छोटा IAS-बड़ी ताकत: कम उम्र में बना ऑफिसर, अब बड़े-बड़े अधिकारी कर रहे सलाम
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बिहार के मुंकुद कुमार झा ने यूपीएससी(UPSC) की परीक्षा पास कर परिवार का नाम ही रोशन नहीं किया है, बल्कि तैयारी कर रहे लोगों का सीख भी दी है।

नई दिल्ली: बिहार के मधुबनी जिले के किसान परिवार के बेटे में असंभव को संभव कर दिखाया है। मुंकुद कुमार झा ने यूपीएससी(UPSC) की परीक्षा पास कर परिवार का नाम ही रोशन नहीं किया है, बल्कि तैयारी कर रहे लोगों का सीख भी दी है। मुकुंद सीमित संसाधनों में बिना कोचिंग के सिर्फ एक साल की तैयारी करके पहली दफा में आईएएस(IAS) बने है। इनके जज्बे और स्ट्रेटजी को पूरा देश सलाम कर रहा है। चलिए जानते हैं इनके अब तक के सफर को।

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पिता से पूछा

आईएएस(IAS) मुकुंद ने अपने इंटरव्यू में बताया कि जब वो चौथी-पांचवी कक्षा में पढ़ते थे, तभी उन्होंने आईएएस-आईपीएस शब्द कहीं पढ़े थे। उस समय वो अपने पिता से पूछते थे कि इनका क्या मतलब होता है। उनके पिता ने उन्हें इसका मतलब बताया फिर जब वो बड़े हुए तो यही बनने का सपना देखना शुरू क‍र दिया। और आगे चलकर इसी को अपना करियर लक्ष्य बना लिया।

मुकुंद अपने परिवार के बारे में बताते हैं कि मेरे पिता एक किसान हैं और मां पहले प्राइमरी स्कूल में टीचर थीं। जो बच्चों को पढ़ाने लगीं। उन्होंने मेरी बहन और फिर मुझे भी घर पर पढ़ाया। आगे वे बताते हैं कि उन्हें इस पूरी यात्रा में बहुत सारी कठिनाइयों को झेलना पड़ा, इसी वजह से कोचिंग ज्वाइन नहीं की। मुझे पता था पापा से ढाई-तीन लाख रुपये मांगूंगा, तो दे देंगे लेकिन बहुत मुश्क‍िल होगा।

IAS Mukund Kumar Jha फोटो-सोशल मीडिया

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पूरी तैयारी मुकुंद ने बिना कोचिंग के की

इसके बाद मुकुंद अपने शुरुआती दिनों के बारे में बताते हैं कि उन्होंने बिहार में ही आवासीय सरस्वती विद्या मंदिर से पांचवीं तक पढ़ाई की। इसके बाद सैनिक स्कूल गोलपाड़ा से 12वीं तक पढ़ाई की। फिर डीयू से ग्रेजुएशन किया।

डीयू से ग्रेजुएशन के बाद मेरी उम्र पूरी नहीं थी, इसलिए 2018 में पूरा मुझे एक साल प्र‍िपरेशन का मिला। और फिर पहली बार 2019 में प्रीलिम्स दिया। ये पूरी तैयारी मुकुंद ने बिना कोचिंग के की।

मुकुंद ने कहा कि वो तैयारी के लिए टाइम टेबल को स्ट्र‍िक्ट होकर फॉलो करते थे। इसके लिए पहले मैं जिस तरह सोशल मीडिया पर एक्ट‍िव रहता था, फिर मैंने फेसबुक, ट्व‍िटर डीएक्ट‍िवेट किया, दोस्तों, फेमिली फंक्शन, शादी समारोह सब छोड़ दिया। और परीक्षा की तैयारी के लिए प्रॉपर स्ट्रेटजी और बुक लिस्ट बनाई। रोज 12 से 14 घंटे पढ़ाई करके यूपीएससी परीक्षा निकाल ली।

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