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IAS Tina Dabi: चर्चित IAS टीना डाबी के नाम का गलत इस्तेमाल, जाने क्या है ये मामला
IAS Tina Dabi: सोशल मीडिया और न्यूज मीडिया में अक्सर छायी रहने वाली चर्चित महिला आईएएस अधिकारी और राजस्थान के जैसलमेर जिले की कलेक्टर टीना डाबी एक बार फिर चर्चा में हैं।
IAS Tina Dabi: सोशल मीडिया और न्यूज मीडिया में अक्सर छायी रहने वाली चर्चित महिला आईएएस अधिकारी और राजस्थान के जैसलमेर जिले की कलेक्टर (Collector of Jaisalmer Rajasthan) टीना डाबी एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार चर्चा की वजह कुछ और है। उनके नाम पर साइबर ठगी के प्रयास का मामला सामने आया है।
एक शख्स टीना डाबी के नाम से व्हाट्सऐप पर उनकी फोटो लगाकर लोगों से ठगी करने की कोशिश कर रहा था। इसकी जानकारी जब जैसलमेर कलेक्टर टीना डाबी को मिली तो उन्होंने जिले के एसपी को इसकी जानकारी दी और उन्हें वो नंबर भी दिया, जिसके जरिए ठगी की कोशिश की जा रही थी।
जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह नाथावत ने साइबर टीम की मदद से जब पता लगाया तो नंबर की लोकेशन डुंगरपुर जिले में मिली। एसपी जैसलमेर ने एसपी डुंगरपुर को इसकी जानकारी दी और उस नंबर का इस्तेमाल करने वाले युवक को पकड़ा। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर टीना डाबी ने लोगों से अपील करके कहा कि उनका एक नंबर ही है जो आधिकारिक है, इसलिए लोग सावधान रहें।
कैसे सामने आया मामला ?
सोमवार को यूआईटी सचिव सुनीता चौधरी को व्हाट्सऐप नंबर 8320082043 से एक मैसेज आया था, जिसमें नंबर अलग थे लेकिन फोटो जैसलमेर डीएम टीना डाबी का लगा था। उनसे अमेजन गिफ्ट के बारे में पूछा गया। मैसेज में काफी अच्छी इंग्लिश का प्रयोग किया गया था।
सुनीता चौधरी ने बताया कि उन्हें यकीन हो गया था कि शायद डीएम मैडम को कोई काम होगा। मगर में अमेजर इस्तेमाल नहीं करती इसलिए बात नहीं बनी। फिर जब मैंने कलेक्टर मैडम को फोन किया तब उन्होंने कोई भी मैसेज भेजने से मना किया। तब जाकर उन्हें लगा कि उनके साथ ठगी करने का प्रयास किया गया। फिर इसकी जानकारी पुलिस को दी गई।
पहले भी हो चुके हैं ठगी के प्रयास
पुलिस आरोपी युवक को अरेस्ट कर उससे पूछताछ कर रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आरोपी युवक ने पहले भी ठगी की कोशिश की होगी। वैसे आपको बता दें राजस्थान में बड़े लोगों के नाम पर ठगी के प्रयास का ये कोई पहला मामला नहीं है।
इससे पहले राजस्थान सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री साले मोहम्मद और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारी दिनेश एमएन के नाम से भी फर्जी आईडी बनाकर ठगी की कोशिश की जा चुकी है।