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'योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आए तो...', ममता सरकार के मंत्री के बिगड़े बोल, ज्ञानवापी पर भी दिया बयान

West Bengal News: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बंगाल अध्यक्ष और ममता बनर्जी सरकार में मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी ने ज्ञानवापी में पूजा-अर्चना बंद करने की भी मांग की है।

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Published on: 9 Feb 2024 3:49 PM GMT (Updated on: 9 Feb 2024 3:53 PM GMT)
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योगी आदित्यनाथ और सिद्दीकुल्ला चौधरी (Social Media)

West-Bengal News: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बंगाल अध्यक्ष और ममता बनर्जी सरकार में पुस्तकालय मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी (Siddiqullah Chowdhury) ने ज्ञानवापी में पूजा-अर्चना बंद करने की मांग की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पर भी निशाना साधा। कहा, 'अगर योगी कोलकाता आए तो उन्हें निकलने नहीं देंगे'।

क्या बोले सिद्दीकुल्ला चौधरी?

सिद्दीकुल्ला चौधरी ने शुक्रवार (09 फरवरी) को कहा कि, 'यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ अगर कोलकाता आते हैं, तो वो और उनका संगठन घेराव करेगा। उन्होंने आगे कहा, ज्ञानवापी में चल रहा पूजा-पाठ जल्द से जल्द बंद होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो वो इसका बड़ा विरोध करेंगे'।

फिलिस्तीन के समर्थन में निकाल चुके हैं मार्च

आपको बता दें, सिद्दीकुल्ला चौधरी ने ऐसा बयान पहली बार नहीं दिया है। इससे पहले भी कई मौके पर वह विवादों में रह चुके हैं। अक्टूबर, 2023 में इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को लेकर मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) ने फिलिस्तीन के समर्थन में कोलकाता में विरोध मार्च निकाला था। विरोध मार्च के बाद जमीयत ने एक जनसभा की थी। जिसमें सिद्दीकुल्ला ने इजरायल का समर्थन करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए थे।

बांग्लादेश सरकार ने नहीं दिया था वीजा

गौरतलब है कि, साल 2019 में बांग्लादेश सरकार ने सिद्दीकुल्ला चौधरी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। सिद्दीकुल्ला चौधरी को कुछ व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं में हिस्सा लेने के अलावा बांग्लादेश के सिलहट में एक मदरसे के शताब्दी समारोह में भी शरीक होना था। तब उन्हें वापस लौटना पड़ा था।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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