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Kolkata Doctor Murder केस पर IMA मोदी को लिखेगा पत्र, बताया प्रधानमंत्री को मामले में हस्तक्षेप करने का सही समय
Kolkata Doctor Murder: मामले की गंभीरता को देखते हुए आईएमए के अध्यक्ष इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है। साथ ही ये कहा कि वह प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखेंगे।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों दूसरे वर्ष की प्रशिक्षु एवं जूनियर महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले पर देश में बवाल मचा हुआ है। देश भर के जूनियर डॉक्टरों में अपने साथी की न्याय की और अस्पतालों में अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर स्वास्थ्य सेवाएं छोड़ हड़ताल पर बैठे हैं और अस्पताल परिसर और सड़कों पर उतकर धरना प्रदर्शन करते हुए अपना विरोध जता रहे हैं। डॉक्टरों की हड़ताल का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने भी अपना समर्थन दिया है। इसको देखते हुए आईएमए ने शनिवार से लेकर रविवार सुबह तक देश भर की सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में 24 घंटे के लिए ओपीडी और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की हड़ताल की है। हालांकि यह हड़ताल बीते चार दिनों से जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईएमए के अध्यक्ष इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है। साथ ही ये कहा कि वह प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखेंगे।
PM मोदी को लिखेगा पत्र
जारी हड़ताल के बीच शनिवार को IMA राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अशोकन ने कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की घटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप का समय आ गया है। इस मामले पर हम पीएम मोदी को एक पत्र लिखेंगे। उनके हस्तक्षेप का समय आ गया है... निश्चित रूप से, यह (प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 15 अगस्त के भाषण में महिलाओं की सुरक्षा का उल्लेख) एक पहलू है जो दर्शाता है कि वे चिंतित हैं। प्रधानमंत्री को पत्र लिखना बहुत उचित होगा। आईएमए ऐसा करेगा।
सुरक्षा बुनियादी सवाल है, यह सभी महिलाओं का
अशोकन ने कहा कि देश के हर कोने से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। डॉक्टर इस अन्याय के खिलाफ एकजुट हैं। निजी, सरकारी या कॉर्पोरेट सभी क्षेत्रों के डॉक्टर विरोध में हैं। हम इस मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि इसमें महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा शामिल है। हम सरकार से इस तरह के कदम की उम्मीद कर रहे हैं। यह सुरक्षा का एक बहुत ही बुनियादी सवाल है। न केवल हमारे डॉक्टरों की बल्कि पूरे कामकाजी महिला वर्ग का। देश में जनमत और इसने जो गति पैदा की है, यह सुरक्षा के लिए एक आंदोलन बन गया है।
दिल्ली एम्स के डाक्टरों में निकाला मार्च
इस हड़ताल के बीच दिल्ली में एम्स के डॉक्टरों ने शनिवार को परिसर के अंदर विरोध मार्च निकाला। डॉक्टर पोस्टर लेकर मार्च करते हुए हमें न्याय चाहिए के नारे लगाते रहे। आईएमए के महासचिव डॉ. अनिल कुमार जे नायक ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार वह कानून लाएगी जिसकी वे मांग कर रहे हैं। कल हमने बाइक महारैली निकाली, जिसमें 4000-5000 डॉक्टर शामिल हुए। हर कोई आक्रोशित है और वे सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की और हम अन्य अधिकारियों से मिलते रहेंगे। वे सकारात्मक हैं लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई ठोस जवाब नहीं आया है। हम सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे हैं। उम्मीद है कि सरकार पर कोई कमद उठाएगी।