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Assembly Election Result 2023: चुनाव नतीजों का दिखने लगा असर, सपा-जदयू के निशाने पर आई कांग्रेस
Assembly Election Result 2023: विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर सियासत पर दिखने लगा है। हिंदी पट्टी के राज्यों में खराब प्रदर्शन ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली हार ने पार्टी की स्थिति को इंडिया गठबंधन में काफी कमजोर कर दिया है। जदयू और सपा जैसी ताकतवर क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं।
Assembly Election Result 2023: विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर सियासत पर दिखने लगा है। हिंदी पट्टी के राज्यों में खराब प्रदर्शन ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली हार ने पार्टी की स्थिति को इंडिया गठबंधन में काफी कमजोर कर दिया है। जदयू और सपा जैसी ताकतवर क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं।
एमपी में गठबंधन को लेकर कांग्रेस –सपा के बीच जबरदस्त तू-तू-मैं-मैं देखने को मिली थी। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के तल्ख तेवर ने इंडिया गठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए थे। अब जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बीजेपी के हाथों शर्मनाक पराजय मिली है तो सपा ने हमला बोला है। सपा के निशाने पर खास तौर पर एमपी कांग्रेस प्रमुख और पूर्व सीएम कमलनाथ हैं।
एमपी में हार के लिए कमलनाथ जिम्मेदार – सपा
सपा प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की करारी शिकस्त का ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने अखिलेश यादव के प्रति जो अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था, उनका अहंकार सर चढ़कर बोल रहा था। रामधारी सिंह दिनकर जी ने लिखा है कि जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। उनके अमर्यादित बयानों के कारण ही कांग्रेस हारी है। ज्यादातर जगहों पर यही हुआ है।
सपा नेता ने कमलनाथ के उस वीडियो को अपने एक्स अकाउंट से शेयर किया है, जिसमें वो मीडिया द्वारा अखिलेश यादव को लेकर पूछे गए सवाल का अनमने ढंग से जवाब देते हुए कहते हैं – ‘अरे भाई छोड़ो अखिलेश-वखिलेश’।
जदयू ने कांग्रेस से कर डाली बड़ी मांग
सपा की तरह इंडिया गठबंधन में शामिल एक और दल ने कांग्रेस को आंखें दिखाना शुरू कर दिया है। बिहार में महागठबंधन सरकार की अगुवाई कर रही सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने कांग्रेस पर हमला बोला है। पार्टी ने अब इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार की भूमिका को बढ़ाने की मांग की है।
जदयू के प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा, I.N.D.I.A गठबंधन को अब नीतीश कुमार जी के अनुसार चलना चाहिए। कांग्रेस 5 राज्यों के चुनाव में व्यस्त होने की वजह से इंडिया गठबंधन पर ध्यान नहीं दे पा रही थी। इसके बाद उन्होंने तंज कसते हुए कहा, अब तो कांग्रेस चुनाव भी लड़ ली, रिजल्ट भी सामने है। याद रहे नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के सूत्रधार हैं और वही इस नैया को पार करा सकते हैं।
6 दिसंबर को है इंडिया गठबंधन की बैठक
चुनाव नतीजों के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 6 दिसंबर को दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है। पटना, बेंगलुरू और मुंबई के बाद दिल्ली में इंडिया की चौथी बैठक होगी। इस मीटिंग में गठबंधन के संयोजक और सीट शेयरिंग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होने के आसार हैं। हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में शिकस्त के बाद कांग्रेस के सामने ताकतवर क्षेत्रीय दलों के साथ सीटों को लेकर बातचीत करना एक बड़ी चुनौती होगी।
सिर्फ एक राज्य जीत पाई कांग्रेस
चार राज्यों में शुरूआती रूझान के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई है। कांग्रेस ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे दो महत्वपूर्ण राज्यों को बीजेपी के हाथों गंवा दिया। वहीं, मध्य प्रदेश में भी 2018 जैसा परिणाम रिपीट करने का उसका ख्वाब ख्वाब ही रह गया। बीजेपी ने यहां प्रचंड जनादेश हासिल किया है। पार्टी को राहत केवल दक्षिण से मिली है। यहां तेलंगाना में राज्य गठन के करीब 10 साल बाद पहली बार कांग्रेस को सत्ता हासिल हुई है।