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IT Raid in Delhi CPR: 'थिंक टैंक' सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च पर इनकम टैक्स रेड

IT Raid in Delhi CPR: दिल्ली स्थित 'थिंक टैंक' सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च में बुधवार की दोपहर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की।

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Written By aman
Published on: 7 Sept 2022 4:09 PM IST (Updated on: 7 Sept 2022 4:21 PM IST)
income tax department raids at centre for policy research
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income tax department raids at centre for policy research

IT Raid in Delhi CPR: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित 'थिंक टैंक' सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च (Center of Policy Research) में बुधवार (07 सितंबर 2022) की दोपहर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की। ताजा ख़बरों के मुताबिक, आयकर विभाग की छापेमारी अभी जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, CPR पर ये कार्रवाई हरियाणा (Haryana), महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) में हो रही आयकर विभाग की छापेमारी से जुड़ी है।

आपको बता दें कि, आयकर विभाग ने बुधवार सुबह से ही देश के कई राज्यों में विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की है। अभी तक 20 से अधिक जगहों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई हुई है। ये छापे पंजीकृत लेकिन गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के फंडिंग से जुडी है। सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च (CPR) के छापे को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

CPR से जुड़े हैं कई बड़े नाम

इस वक्त 'थिंक टैंक' सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च (CPR) के गवर्निंग बोर्ड की चेयरपर्सन मीनाक्षी गोपीनाथ (Meenakshi Gopinath) हैं। आपको बता दें कि, गोपीनाथ इससे पहले देश के सुप्रसिद्ध शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में पढ़ाया करती थीं। वो लेडी श्रीराम कॉलेज (Lady Shri Ram College) की प्रिंसिपल भी रह चुकी हैं। CPR की प्रेसिडेंट और चीफ एग्जीक्यूटिव यामिनी अय्यर (CPR Chief Executive Yamini Iyer) हैं। इसके बोर्ड मेंबर में पूर्व विदेश सचिव श्याम सरण (shyam saran) और आईआईएम प्रोफेसर रामा बिजापुरकर (IIM Professor Rama Bijapurkar) भी शामिल हैं।

CPR टैक्स फ्री संस्था है

गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को फंडिंग मसले पर थिंक टैंक CPR का कहना है कि, भारत सरकार द्वारा एक गैर-लाभकारी समाज (Non-Profit Society) के रूप में मान्यता प्राप्त होने के कारण इसमें योगदान कर मुक्त (Tax Free) है। संस्था की वेबसाइट पर लिखा है, सीपीआर नींव, कॉर्पोरेट परोपकार, सरकारों और बहुपक्षीय एजेंसियों सहित विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से अनुदान प्राप्त करता है।' साथ ही ये भी कहा गया है कि 'वार्षिक वित्त और अनुदान का पूरा लेखा-जोखा उपलब्ध है।

1973 में हुई थी CPR की स्थापना

CPR की वेबसाइट पर लिखा है यह साल 1973 में स्थापित हुआ था। यह खुद को 'गैर-पक्षपातपूर्ण, स्वतंत्र संस्थान के रूप में वर्णित करता रहा है। यह संस्था अनुसंधान के लिए समर्पित है। यह उच्च गुणवत्ता छात्रवृत्ति, बेहतर नीतियों तथा भारत में जीवन को प्रभावित करने वाले मुद्दों के संबंध में अधिक मजबूत सार्वजनिक प्रवचन में योगदान देता है।'



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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