TRENDING TAGS :
India Canada Row: 'भारत में कनाडा के अधिक डिप्लोमैट, ये हमारे आंतरिक मामलों में दखल देते हैं', विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान
India Canada Row: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि, उनके देश में रह रहे खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट का हाथ हो सकता है। जिसके बाद से कनाडा और भारत के बीच विवाद जारी है।
India Canada Tension: भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में तल्खी बरक़रार है। खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या से शुरू हुआ विवाद अभी भी जारी है। इस बीच, गुरुवार (05 अक्टूबर) को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि, 'हिंदुस्तान में कनाडा के राजनयिक (Canadian diplomat) अधिक हैं। ऐसे में संतुलन बनाने की आवश्यकता है।'
अरिंदम बागची ने ये भी कहा, कि 'ये (कनाडा के डिप्लोमैट) लोग हमारे आंतरिक मामलों में भी दखल देते हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है। इस संबंध में चर्चा जारी है। उन्होंने कहा कि, 'हमारा ध्यान कनाडा की राजनयिक उपस्थिति में समानता सुनिश्चित करने पर है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत ने पिछले महीने कनाडा से डिप्लोमैट कम करने के लिए कहा था
भारत ने और क्या कहा?
हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने दावा किया था कि, 'हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट का हाथ हो सकता है।' इस बयान के बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव शुरू हो गया था। दरअसल, जून, 2023 में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी। कनाडाई पीएम ट्रूडो के आरोपों को भारत ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि, ये बेतुका है। सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।' ज्ञात हो कि, कनाडा खालिस्तानी समर्थकों (Khalistan Supporters in Canada ) के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है।जस्टिन ट्रूडो के दावों के बाद कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। इसके परिणामस्वरूप हिंदुस्तान ने भी एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया। दोनों देशों की बयानबाजी भी हुई। रिश्ते और तल्ख़ होते चले गए। अब, भारत ने कनाडाई राजनयिकों की संख्या कम करने की बात कही है।
ट्रूडो के बयान से मचा बवाल
आपको बता दें, इसी साल 18 जून को दो नकाबपोश बंदूकधारियों ने हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। निज्जर खालिस्तानी समर्थक था। भारत में आयोजित G 20 समिट के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था, निज्जर की हत्या में भारत का हाथ हो सकता है।