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China Cyberattacks: चीन के साइबर अटैक के बाद सरकार अलर्ट, कर्मचारियों के लिए जारी की एसओपी

China Cyberattacks: दिल्ली एम्स के सर्वर साइबर अटैक और जल शक्ति मंत्रालय का ट्विटर हैंडल हैक करने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 13 Dec 2022 10:17 AM IST
China Cyberattacks India
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China Cyberattacks (Photo- Social Media)

China Cyberattacks: दिल्ली एम्स के सर्वर साइबर अटैक और जल शक्ति मंत्रालय का ट्विटर हैंडल करना का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। इन हमलों के पीछे चीनी हैकर्स के होने का अंदेशा जताया जा रहा है। जिसके बाद केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। केंद्र सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों से सामान्य ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) का पालन करने को कहा है।

एसओपी में कर्मचारियों से काम पूरा हो जान के बाद सिस्टम बंद करने, ईमेल से साइन आउट करने और पासवर्ड को समय-समय पर अपडेट करने को कहा गया है। जो केंद्रीय कर्मचारी इस एसओपी का पालन नहीं करेंगे उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एम्स साइबर हमले का संदेह एक कार्यकर्ता द्वारा इन कदमों का पालन नहीं करने के कारण हुआ है। "अक्सर, कर्मचारी अपने ईमेल से साइन आउट नहीं करते हैं या अपनी मशीनों को बंद नहीं करते हैं और हम मानते हैं कि ऐसा कुछ एम्स में भी हुआ होगा।

चीनी हैकर्स का आतंक (terror of Chinese hackers)

हाल के महीनों में क्षमता ग्रिड से लेकर बैंकिंग प्रणाली तक कई साइबर हमले हुए हैं, जिन्हें भारतीय अधिकारियों द्वारा विफल कर दिया गया है। सूत्रों ने कहा कि ज्यादातर हमलों को चीनी हैकरों की करतूत के रूप में देखा जा रहा है, जो अक्सर भारतीय उपयोगकर्ताओं के कंप्यूटरों का उपयोग करके "स्लीपर सेल" के रूप में काम करते हैं।

CERT-IN की एक रिपोर्ट में रैंसमवेयर की घटनाओं में 51% की छलांग का अनुमान लगाया गया है। अधिकांश हमले सूचना केंद्रों, आईटी क्षेत्र और विनिर्माण और वित्त, आवश्यक बुनियादी ढांचे पर हुए हैं। तेल और गैस के साथ-साथ परिवहन, बिजली भी प्रभावित हुई। साइबर सुरक्षा फर्म नॉर्टन ने एक रिपोर्ट में कहा कि भारत ने 2022 की पहली तिमाही के दौरान 18 मिलियन से अधिक साइबर खतरों का सामना किया था।

संसद में भी उठा एम्स साइबर अटैक का मुद्दा

पूर्व केंद्रीय मंत्री और केरल से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सोमवार को लोकसभा में एम्स के सर्वर पर हुए साइबर हमलों का मुद्दा उठाया। थरूर ने कहा, एम्स के सर्वर पर साइबर हमला हुआ है। इस साइबर हमले के मकसद के बारे में पता नहीं चला है जो कि बहुत चिंता का विषय है। इसकी गहन जांच और व्यापक प्रतिक्रिया की जरूरत है। कांग्रेस सांसद ने सरकार से नागरिकों के निजी डाटा की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की अपील की है।

थरूर के प्रश्न का जवाब देते हुए आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा एम्स साइबर की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए कर रही है। उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं इस पर अधिक टिप्पणी नहीं कर सकता लेकिन यह सोचा समझा और निशाना बनाकर किया गया हमला है। बता दें कि 23 नवंबर को राजधानी दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल के सर्वर पर साइबर हमला हुआ था। साइबर आतंकवाद का केस दर्ज कर एनआईए इसकी जांच कर रही है।



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Shashi kant gautam

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