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Defence Exports: देश के रक्षा निर्यात में जबरदस्त वृद्धि, 9 साल में 23 गुना बढ़ा...85 से अधिक देशों को बेच रहे हथियार
Defence Exports: केंद्र सरकार ने एक बयान जारी किया है जिसके अनुसार रक्षा निर्यात में वृद्धि देश के वैश्विक रक्षा सामग्री निर्माण में बढ़ोतरी को दिखाता है। मौजूदा समय में भारत 85 से अधिक देशों को रक्षा सामग्री का निर्यात कर रहा है।
Defense Exports: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो चुके हैं। कई मोर्चे पर सरकार की उपलब्धियां सामने आ रही है। इसी कड़ी में भारत का रक्षा निर्यात अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर जा पहुंचा है। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2013-14 में देश का रक्षा निर्यात 686 करोड़ रुपए था, जो साल 2022-23 में बढ़कर 16 हजार करोड़ रुपए हो गया है। तुलनात्मक दृष्टि से देखें तो बीते 9 वर्षों में रक्षा निर्यात 23 गुना बढ़ा है।
केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, 'रक्षा निर्यात में ये वृद्धि देश के वैश्विक रक्षा सामग्री निर्माण में वृद्धि को दिखाता है। आपको बता दें, भारत मौजूदा वक़्त में 85 से अधिक देशों को रक्षा सामग्री (Defense Material) का निर्यात कर रहा है। कहने का मतलब है कि, हाल के वर्षों में 'मेड इन इंडिया' रक्षा उत्पादों में खासा इजाफा हुआ है।
रक्षा निर्यात की दिशा में केंद्र ने उठाए बड़े कदम
भारत के रक्षा उद्योग (Defense Industry of India) ने वैश्विक मानकों का पालन करते हुए उत्पादन की अपनी क्षमता में बेजोड़ प्रदर्शन किया है। आपको बता दें, वर्तमान में 100 से अधिक फर्म रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रहे हैं। बीते 9 वर्षों में केंद्र सरकार ने देश के रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े नीतिगत कदम उठाए हैं। निर्यात की प्रक्रिया को पहले की तुलना में आसान और सुलभ किया है। इस कदम से उद्योग जगत को काम करने में आसानी हुई है। मोदी सरकार रक्षा उत्पादों के निर्यात के मामले में भी इज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Doing Business) को बढ़ावा दे रही है।
'आत्मनिर्भर भारत अभियान' का मिला फायदा
मौजूदा केंद्र सरकार ने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान पर बल दिया। इस पहल का भी सकारात्मक असर नजर आ रहा है। रक्षा निर्माण क्षेत्र को आत्मनिर्भर भारत अभियान का फायदा मिला है। इससे देश में निर्मित रक्षा उत्पादों के डिजाइन, डेवलपमेंट तथा निर्माण में नित नए प्रयोगों का रास्ता प्रशस्त हुआ है। सरकार की विभिन्न पहलों का परिणाम ही है कि विदेशी रक्षा उत्पादों पर देश की निर्भरता भी बीते वर्षों में काफी हद तक कम हुई है।
कई देशों को हथियार बेच रहा भारत
भारत जल्द ही मिस्र (Egypt) और अर्जेंटीना (Argentina) को तेजस लड़ाकू विमान (Tejas fighter plane) निर्यात कर सकता है। फिलहाल भारत श्रीलंका (Sri Lanka), फ्रांस (France), रूस (Russia), मालदीव (Maldives), इजरायल (Israel), नेपाल (Nepal), सऊदी अरब और पोलैंड जैसे कई देशों को हथियार बेच रहा है।
केंद्र का स्वदेशी निर्माण पर जोर
रक्षा निर्यात में तेजी की मुख्य वजह केन्द्र की नरेंद्र सरकार की मौजूदा नीतियां हैं। इसी के तहत देश में रक्षा निर्माण में स्वदेशी डिजाइन और निर्माण पर खासा जोर दिया गया है। इसका सकारात्मक असर रक्षा निर्यात पर दिख रहा है।
भारत ने लंबा वक़्त वो भी देखा जब रक्षा आयात (Defense Import) को प्राथमिकता दी जाती रही थी। लेकिन, हाल के सालों में देश जिस तरह आत्मनिर्भर हुआ है, वो काबिले तारीफ है। महज नौ वर्षों में रक्षा निर्यात 23 गुना बढ़ा। नरेंद्र मोदी सरकार की आत्मनिर्भर भारत अभियान का भी फायदा इसे मिला है।