×

सेना के ताकतवर वाहन: बड़े-बड़े हमलों का नहीं होता असर, 26 जनवरी में आएंगे नजर

26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन परेड को देखने के लिए लाखों की तादात में लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं। इसमें से जो लोग नहीं जा पाते वे भी टीवी के माध्यम से परेड देखने की कोशिश करते हैं। कल महान देश भारत अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है।

Vidushi Mishra
Published on: 25 Jan 2021 10:37 AM GMT
सेना के ताकतवर वाहन: बड़े-बड़े हमलों का नहीं होता असर, 26 जनवरी में आएंगे नजर
X
भारतीय सेना के कुछ ऐसे वाहनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सिर्फ देखने में खतरनाक नहीं होते हैं बल्कि उपयोग करने में दुश्मनों का काम तमाम कर देते हैं।

नई दिल्ली। देश का नाम भारतीय सेना की वजह से हमेशा गर्व से ऊंचा रहता है। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन परेड को देखने के लिए लाखों की तादात में लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं। इसमें से जो लोग नहीं जा पाते वे भी टीवी के माध्यम से परेड देखने की कोशिश करते हैं। कल महान देश भारत अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है, जिसके मौके पर हम भारतीय सेना के कुछ ऐसे वाहनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सिर्फ देखने में खतरनाक नहीं होते हैं बल्कि उपयोग करने में भी दुश्मनों का काम तमाम कर देते हैं।

ये भी पढ़ें... सेना की देशी पिस्टल: 100 मीटर से टारगेट होगा लॉक, DRDO का कमाल

महिंद्रा मार्क्समैन (Mahindra Marksman):

मुंबई में 26/11 के हमलों के बाद महिंद्रा डिफेंस सिस्टम द्वारा विकसित मार्क्समैन को खासतौर पर उन क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन किया गया था जहां बहुत अधिक स्थान नहीं है। मार्क्समैन ने जम्मू-कश्मीर सहित संघर्ष के क्षेत्रों में अपनी सूक्ष्मता सिद्ध की है। ये भारी से भारी बुलेट फायर और ग्रेनेड के खिलाफ मोर्चा सफल कर सकता है।

टाटा मरलिन एलएस(Tata Merlin LS):

भारतीय सेना के लिए वाहनों की आपूर्ति के लिए टाटा ठेका लेता है। मर्लिन टाटा की सबसे बेहतरीन गाड़ियों में से एक एलएसवी या लाइट सपोर्ट व्हीकल है। इसे भारतीय सेना द्वारा न केवल सैन्य टुकड़ी के लिए बल्कि आवश्यकता होने पर लड़ाकू वाहन के रूप में भी किया जाता है।

यह भी पढ़ें...1 करोड़ का इनाम: तांडव पर करणी सेना का ऐलान, जीभ काट कर ले आओ

टाटा सफारी स्ट्रोम(Tata Safari Storm):

Tata Safari Storm फोटो-सोशल मीडिया

देश की भारतीय सेना लंबे समय तक मारुति सुजुकी जिप्सी पर निर्भर रही। लेकिन अब जिप्सी की जगह सफारी ने ले ली। सेना ने कारब 3500 एसयूवी का ऑर्डर दिया गया था और टाटा लगातार भारतीय सेना को मैट ग्रीन सफारी पहुंचा रहा है।

रॉयल इनफिल्ड बुलेट(Royal Enfield Bullet):

दरअसल राॅयल एनफील्ड की बुलेट भारतीय सेना की सबसे पुरानी साथी है। कम नहीं तो इसे भारतीय सेना में बाइक को छोटी दूरी के लिए उपयोग किया जाता है। जो आर्मी ग्रिन कलर में बेहद ही आकर्षति करता है।

यह भी पढ़ें...LAC पर भयानक मुसीबत: चीन ने फिर की धोखेबाज़ी, भारी संख्या में दुशमन सेना

Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

Next Story