हॉट एयर बैलून हब बनने की राह पर भारत

जमीन से कई फुट ऊपर आसमान में उड़ते हॉट एयर बैलून देखने में जितने दिलचस्प लगते हैं, उन्हें उड़ाने वाले पायलटों के अनुभव भी सुनने में उतने ही रोचक हैं। अपने अनुभवों और अप्रत्याशित खतरे के बीच पर्यटकों को आसमान की सैर कराते ये पायलट भारत को हॉट एयर बैलून के हब के तौर पर देखते हैं।

priyankajoshi
Published on: 24 Nov 2017 12:30 PM GMT
हॉट एयर बैलून हब बनने की राह पर भारत
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रीतू तोमर

विशाखापट्टनम: जमीन से कई फुट ऊपर आसमान में उड़ते हॉट एयर बैलून देखने में जितने दिलचस्प लगते हैं, उन्हें उड़ाने वाले पायलटों के अनुभव भी सुनने में उतने ही रोचक हैं। अपने अनुभवों और अप्रत्याशित खतरे के बीच पर्यटकों को आसमान की सैर कराते ये पायलट भारत को हॉट एयर बैलून के हब के तौर पर देखते हैं।

इनका मानना है कि भारत का वायुमंडल हॉट एयर बैलून उड़ने और इसकी सवारी के अनुकूल है और जल्द ही भारत इस क्षेत्र में फ्रांस जैसे कई अग्रणी देशों को पीछे छोड़ देगा।

मलेशिया की पायलट एतिकाह खैरूद्दीन पिछले दो वर्षो से हॉट एयर बैलून उड़ा रही हैं। वह इटली के आल्प्स जैसे दुर्गम क्षेत्र में भी पर्यटकों को बैलून की राइड करा चुकी हैं। वह इससे जुड़ा अपना अनुभव बताते हुए कहती हैं, "मेरे दो साल के करियर में एक बार ऐसा वाकया हुआ था, जब लगभग 1,000 फुट की ऊंचाई पर मुझे पता चला कि हवा का दबाव प्रतिकूल हो गया है, उस वक्त मेरी सांसें अटक गई थीं। जेहन में कई तरह के सवाल आ रहे थे, लेकिन उस घड़ी में मेरे हौसले ने मुझे संभालकर रखा और अंत में मैंने सुरक्षित लैंडिंग की।"

विशाखापट्टनम के अराकू वैली में हॉट एयर बैलून फेस्टिवल में भारत सहित दुनिया के 13 देशों के पायलटों ने शिरकत की। इस दौरान इन पायलटों ने आईएएनएस के साथ अपने अनुभवों को साझा किया।

स्विट्जरलैंड के मार्क ब्लेजर कहते हैं, "वह 18 साल की उम्र से ही हॉट एयर बैलून उड़ाना चाहते थे। मैंने किशोरावस्था में ही इसके बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी थी।"

वह कहते हैं कि दुनिया में भारत इकलौता ऐसा देश है, जहां का मौसम हॉट एयर बैलून के अनुकूल है और यही विशेषता जल्द ही हॉट एयर बैलून क्षेत्र में भारत को अग्रणी स्थान दिलाएगा।

ब्राजील के लुइस कहते हैं, "भारत पर्यटन क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है। ब्राजील की बात करूं तो हर साल यहां से बड़ी तादाद में लोग छुट्टियां बिताने के लिए भारत का रुख कर रहे हैं। भारत ने पर्यटन क्षेत्र में खुद को पूरी तरह से स्थापित कर लिया है और हॉट एयर बैलून की यकायक बढ़ रही लोकप्रियता को भारत बेहतर तरीके से भुना रहा है।"

स्विट्जरलैंड के मार्क बॉलीवुड के कसीदे पढ़ते हुए कहते हैं कि उनके देश में बॉलीवुड काफी लोकप्रिय है। वह कहते हैं, "यहां की कई प्रमुख सड़कें बॉलीवुड हस्तियों के नाम पर हैं। भारतीय संस्कृति से हमें बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है।"

अराकू हॉट एयर बैलून फेस्टिवल में अपनी पत्नी के साथ शिरकत कर चुके इटली के पायलट लाटेरियो बोनान्नो को बैलून उड़ाने का 37 वर्षों का अनुभव है। हॉट बैलून को लेकर उनकी दीवानगी इस कदर है कि वह विभिन्न आयोजनों के लिए बैलून की बास्केट भी डिजाइन करते हैं। अराकू हॉट एयर बैलून फेस्टिवल में शामिल बैलून की सभी बास्केट उन्होंने ही डिजाइन की थी।

वह कहते हैं, "इस क्षेत्र में मेरा 37 वर्षो का अनुभव है। इस दौरान कई तरह के खतरों का सामना किया है। ये बैलून अब जिंदगी का हिस्सा है, अंतिम सांस तक इसकी राइड करता रहूंगा। आपको बता दूं कि मैं इन बैलून की बास्केट भी डिजाइन करता हूं और इस फेस्टिवल में जितने भी हॉट बैलून आप देख रहे हैं, इनकी बास्केट मैंने ही डिजाइन की है।"

फ्रांस के पायलट केविन चासा का कहना है कि उनके देश में हॉट एयर बैलून की काफी लोकप्रियता है, लेकिन भारत आने से पहले उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि भारत में हॉट एयर बैलून की राइड को लेकर दीवानगी काफी ज्यादा है।

वह कहते हैं, "भारत आने के बाद मुझे पता चला कि यहां भी बैलून की इतनी जबरदस्त मांग है। जयपुर तो बैलून का पूरा हब बन गया है। यहां के कई प्रमुख हिल स्टेशनों पर बड़ी संख्या में लोग बैलून की राइड करते हैं।"

आईएएनएस

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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