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दुनिया में चौथी सबसे ताकतवर है भारतीय सेना, पाकिस्तान और चीन को भी पछाड़ा
नई दिल्ली। कहते हैं 'अपनी शक्ति बताई नहीं, बल्कि दिखाई जाती है।' इस कहावत की जीती जागती बानगी देश की भारतीय सेना है। वैसे तो हमें भारतीय सेना की शक्तियों का सुबूत लेने की कोई जरुरत नहीं लेकिन जब बात हो पाकिस्तान और चीन जैसे देश के सैन्य घमंड को औंधे मुहं गिराने की तब भारतीय सेना का ऊँचा परचम लहराना जरुरी हो जाता है।
जी हां। दरअसल, एक प्रतिष्ठित निजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक़, ग्लोबल फायरपावर (जीएफपी) रैंकिंग में विश्व की सबसे ताकतवर सेना की सूची में भारत चौथे नंबर पर है। सैन्य ताकत के लिहाज से पहले 10 स्थानों पर ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, तुर्की और जर्मनी के नाम भी शामिल हैं। वहीं भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इस सूची में 13वें स्थान पर है।
इस लिस्ट में अमेरिका टॉप पर जबकि रूस दूसरे और चीन तीसरे नंबर की ताकतवर सेना है। जीपीएफ रैंकिंग में यह भी कहा गया है कि चीन जिस रफ्तार से अपनी सैन्य क्षमताओं में इजाफा कर रहा है। उससे माना जा रहा है कि वो जल्द ही रूस को पछाड़कर दूसरे स्थान पर काबिज हो जाएगा। चीन के पास रूस से अधिक फाइटर प्लेन और नेवी शिप हैं लेकिन टैंक के मामले में अभी वो रूस से काफी पीछ है।
भारत ने लगातार टॉप फाइव में अपनी जगह बरकरार रखा है, जबकि पाकिस्तान ने पहली बार टॉप 15 देशों की सूची में जगह पाई है।
जीएफपी के आंकलन के अनुसार, भारतीय सैनिक क्षमता के मामले में चीन से आगे है। भारत के पास कुल 42,07,250 सैनिक हैं जबकि चीन के पास केवल 37,12,500 जवान हैं। हालांकि चीन के पास 22,60,000 सक्रिय सैनिक हैं जबकि भारत के पास 13,62,500 सक्रिय सैनिकों की फौज है। भारत की रिजर्व बटालियन की शक्ति 28,44,750 है वहीं चीन की यह 14,52,500 है।
सैन्य शक्ति मापने का क्या है पैमाना -
ग्लोबल फायरपावर इस सूची को तैयार करने के लिए हर देश की सैन्य क्षमताओं को 50 अलग-अलग मानकों पर परखता है। इसमें सैन्य संसाधनों के साथ प्राकृतिक संसाधनों, उद्योगों, भौगोलिक परिस्थितियों और श्रम शक्तियों का भी आंकलन होता है।
इसमें परमाणु हथियारों के जखीरे नहीं शामिल होते हालांकि परमाणु हथियारों की क्षमता रखने वाले देशों को अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं। वहीँ रक्षा बजट भी इस आंकलन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।