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'रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कराने की कोशिश में मदद को तैयार भारत', जर्मन चांसलर के साथ बैठक में बोले PM मोदी
PM Modi-Olaf Scholz Meeting: जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज दो दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मुलाकात में कहा, भारत रूस-यूक्रेन युद्ध ख़त्म कराने की कोशिश में मदद करेगा।
PM Modi-Olaf Scholz Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शनिवार (25 फरवरी) को जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज (German Chancellor Olaf Scholz) से बात की। जर्मन चांसलर से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यूक्रेन (Ukraine) में घटनाक्रम शुरू होने के समय से ही भारत संवाद तथा कूटनीतिक माध्यम से इस विवाद को सुलझाने पर जोर देता रहा है। उन्होंने कहा, भारत हर तरह के शांति प्रक्रिया में योगदान देने के लिए तैयार है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में एक ट्वीट किया। लिखा, 'चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ सार्थक बातचीत हुई। हमारी बातचीत भारत-जर्मनी सहयोग को और मजबूत बनाने तथा कारोबारी संबंधों को प्रगाढ़ बनाने पर केंद्रित रही। पीएम ने लिखा, 'हमने नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable energy), हरित हाइड्रोजन (Green hydrogen) और बायो ईंधन (Biofuel) के क्षेत्र में संबंधों को और गहरा बनाने पर सहमति व्यक्त की। सुरक्षा सहयोग पर भी चर्चा हुई।'
रूस-यूक्रेन युद्ध के असर जुड़े मुद्दों पर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और जर्मन चांसलर स्कोल्ज की बातचीत में रूस-यूक्रेन संघर्ष (Russia-Ukraine Conflict) के एक साल पूरे होने पर इसके प्रभाव पर चर्चा हुई। युद्ध की वजह से खाद्य और ऊर्जा (Food and Energy) जैसे प्रभावों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने स्वच्छ ऊर्जा (Clean Energy), कारोबार, निवेश, रक्षा तथा नई प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन (Climate change) सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के रास्तों पर भी चर्चा हुई।
यूक्रेन के खिलाफ रूस का आक्रमण 'बड़ी आपदा'
दोनों देश के नेताओं के बीच बैठक के बाद संयुक्त बयान जारी हुआ। जिसमें जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज ने कहा, 'यूक्रेन के खिलाफ रूस का आक्रमण 'बड़ी आपदा' है। इस युद्ध का दुनिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा, 'ये स्पष्ट करना बेहद जरूरी है कि हम संयुक्त राष्ट्र (United Nations) सहित इस विषय पर दृढ़ हैं। क्योंकि, अंतरराष्ट्रीय संबंध ही वैश्विक संबंधों को संचालित करता है। जर्मन चांसलर ने कहा, 'यूक्रेन युद्ध की वजह से भारी नुकसान हुआ है। बुनियादी ढांचे (Basic Infrastructure) और ऊर्जा ग्रिड तक नष्ट हो गए। उन्होंने कहा, यह एक आपदा है। युद्ध मूलभूत सिद्धांतों का उल्लंघन करता है। इससे हम सभी सहमत हैं। चांसलर स्कोल्ज ने कहा, आप हिंसा के जरिये (देशों की) सीमाओं को नहीं बदल सकते।'
PM मोदी- कोरोना और यूक्रेन युद्ध के प्रभाव पूरी दुनिया पर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'कोरोना महामारी और यूक्रेन युद्ध के प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़े हैं। विकासशील देशों पर इसका खासा नकारात्मक प्रभाव है। हमने इस बारे मे अपनी साझा चिंता जाहिर की।' पीएम मोदी ने आगे कहा, 'हम इस बात से सहमत हैं कि इन सभी समस्याओं का समाधान संयुक्त प्रयासों से ही हो सकता है। जी 20 की अध्यक्षता करने के दौरान भी भारत इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रहा है।'
'भारत हर शांति प्रक्रिया में योगदान देने को तैयार'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि, 'यूक्रेन में घटनाक्रम शुरू होने के समय से ही भारत बातचीत और कूटनीतिक तरीके से इस विवाद को सुलझाने पर जोर दे रहा है। दरअसल, भारत किसी भी शांति प्रक्रिया में योगदान देने के लिए तैयार है। गौरतलब है कि, संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने रूस से यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने तथा अपनी सेना को वापस बुलाने की मांग करने वाले गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव पर 23 फरवरी को वोटिंग करवाया था। भारत ने इस मतदान में हिस्सा नहीं लिया था।
आपको बता दें, जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्जदो दिवसीय भारत यात्रा पर शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे। इस शीर्ष पद पर एंजेला मर्केल (Angela Merkel) के 16 साल के लंबे कार्यकाल के बाद दिसंबर, 2021 में स्कोल्ज जर्मनी के चांसलर बने थे। यह उनकी पहली भारत यात्रा है।