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फीफा अंडर-17 महिला विश्वकप-2020 की मेजबानी करेगा, भारत
स्पेन, अंडर-17 महिला फीफा विश्व कप का पिछला चैंपियन है, और न्यूजीलैंड तीसरे कनाडा, चौथे स्थान पर रहा है। भारत में अंडर-17 पुरुष फीफा विश्व कप की सफल मेजबानी के बाद महिला फूटबाल टीम में काफी सुधार हुआ है। अंडर-17 पुरुषों के विश्व कप टूर्नामेंट के निदेशक, जेवियर सेप्पी ने इस आयोजन के लिए मेजबान घोषित किए जाने के बाद भारत को बधाई दी। और उन्होंने कहा, कि यह 'भारत और महिला खेल के लिए अच्छी खबर।'
नयी दिल्ली: आगामी वर्ष 2020 में होने वाले अंडर-17 महिला फीफा विश्व कप की मेजबानी करने का रास्ता शुक्रवार को साफ हो गया। और अब 2020 में होने वाले अंडर-17 महिला फीफा विश्व कप की मेजबानी भारत करेगा। इसके पहले भारत, अंडर-17 पुरुष फीफा विश्व कप की सफल मेजबानी कर चुका है। भारत को मेजबानी मिलने के साथ ही इसके आयोजन और प्रचार का काम शुरू हो गया है। अंडर-17 टीम को विश्व कप के लिए तैयार करने के लिए जुट गए हैं। एक टीम जिसने कभी फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई तक नहीं किया हो उसके लिए सीधे प्रतियोगिता में उतरना एक चुनौती होता है।
हम आपको बता दें कि स्पेन, अंडर-17 महिला फीफा विश्व कप का पिछला चैंपियन है, और न्यूजीलैंड तीसरे कनाडा, चौथे स्थान पर रहा है। भारत में अंडर-17 पुरुष फीफा विश्व कप की सफल मेजबानी के बाद महिला फूटबाल टीम में काफी सुधार हुआ है। अंडर-17 पुरुषों के विश्व कप टूर्नामेंट के निदेशक, जेवियर सेप्पी ने इस आयोजन के लिए मेजबान घोषित किए जाने के बाद भारत को बधाई दी। और उन्होंने कहा, कि यह 'भारत और महिला खेल के लिए अच्छी खबर।'
इन टीमों का रहा है दब दबा
पुरुषों के विश्व कप में यूरोपीय देशों का दबदबा रहता है, लेकिन महिला अंडर-17 विश्व कप में एशियाई देशों का दबदबा रहा है। अब तक यह विश्व कप छह बार हो चुका है, जिसमें उत्तर कोरिया ने 2008, 2016, दक्षिण कोरिया ने 2010 और जापान ने 2014 में जीत हासिल की है। लेकिन भारत अभी तक इसमें शिरकत नहीं की है।
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फीफा नियमों के अनुसार अंडर-17 विश्व कप के लिए 6 परिसंघों की मान्यता प्राप्त प्रतियोगिता में पहले 4 स्थानों पर रहने वाली टीम क्वालीफाई करती है। एशिया से अंडर-16 एएफसी चैंपियनशिप में से 4 टीमें क्वालीफाई करती हैं। लेकिन अंडर-17 विश्व कप शुरू होने के बाद से भारत कभी भी इस प्रतियोगिता में प्रथम 4 में स्थान नहीं बना पाया था। इस बार मेजबान होने के नाते भारत को सीधे विश्व कप खेलने का अवसर मिला है।
भारतीय युवा अंडर-17 विश्व कप फुटबॉल को लेकर काफी उत्साहित हैं। 6 से 28 अक्टूबर तक खेलप्रेमी इस आयोजन का लुत्फ उठाएंगे। प्रतियोगिता के पहले दौर में सबकी नजरें भारत पर टिकी रहेंगी। भारत को यूएसए, कोलंबिया और घाना के साथ ग्रुप ए में रखा गया है।
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आइये जाने अंडर-17 महिला भारतीय टीम के कोच क्या कहते है
भारतीय टीम के कोच लुईस मेटोस मानते हैं कि भारत के लिए नॉकआउट दौर में पहुंचने की संभावना मात्र 5 फीसदी है। मार्च में टीम के कोच बनने वाले मेटोस किसी अप्रत्याशित परिणाम की संभावना से इंकार नहीं करते है, क्योंकि फुटबॉल में भी किसी मैच की पूर्व भविष्यवाणी करना जोखिम का काम है।
भारत के लिए अधिकांश बातें नकारात्मक होने के बावजूद भारत में इस विश्व कप को लेकर जबरदस्त उत्साह है और इस बात से लोग ज्यादा उत्साहित हैं कि भारत की कोई टीम पहली बार फीफा विश्व कप में खेल रही है। देशवासियों को उम्मीद है कि टीम को देश में खेलने का लाभ मिलेगा और अप्रत्याशित तरीके से टीम अच्छा प्रदर्शन करते हुए नॉकआउट दौर में प्रवेश करेगी।