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MIG-21 एक बार फिर दुर्घटनाग्रस्त, जानिए इसे क्यों कहते हैं उड़ता ताबूत

भारतीय वायुसेना का मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है। पायलट सुरक्षित है, पायलट ने विमान क्रैश होने से पहले ही पैराशूट से छलांग लगा दी थी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को बीकानेर के पास नल एयरबेस से उड़ान भरी ही थी कि तभी विमान एक पक्षी से टकराया जिसके चलते यह दुर्घटना घटी यह विमान एक अपने नियमित मिशन पर था।

Dharmendra kumar
Published on: 8 March 2019 1:19 PM GMT
MIG-21 एक बार फिर दुर्घटनाग्रस्त, जानिए इसे क्यों कहते हैं उड़ता ताबूत
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बीकानेर: राजस्थान के बीकानेर में भारतीय वायुसेना का मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है। पायलट सुरक्षित है, पायलट ने विमान क्रैश होने से पहले ही पैराशूट से छलांग लगा दी थी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार को बीकानेर के पास नल एयरबेस से उड़ान भरी ही थी कि तभी विमान एक पक्षी से टकराया जिसके चलते यह दुर्घटना घटी यह विमान एक अपने नियमित मिशन पर था। हादसे की सूचना मिलते ही एयरफोर्स की टीम घटनास्थल पर पहुंची।

गनीमत रही कि पायलट वक्त रहने खुद को बचाने में सफल रहा और विमान मैदानी इलाके में गिरा। हादसे में किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई। प्लेन के क्रैश होते ही उसमें आग लग गई। मौके पर फायर ब्रिगेड और भारतीय वायु सेना का दल पहुंच गया और आग बुझाया।

बता दें कि पुलवामा हमले के बाद भारत ने एयरस्ट्राइक की थी इसके बाद पाकिस्तानी विमान भारत में घुस आए थे। जिन्हें खदेड़ते हुए भारत का मिग 21 विमान क्रैश हो गया था।

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अगर देखें पिछले एक माह में भारतीय वायु सेना का 7 से 8 विमान क्रैश हो चुके हैं। इनमें मिग 21 विमानों की तादाद सबसे अधिक है। बता दें कि रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 विमान का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है। इसे भारत ने 1964 में सुपरसॉनिक फाइटर जेट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल किया था।

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उसके बाद इस विमान ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध समेत कई अहम मौकों पर अहम भूमिका निभाई है। भारत ने रूस से 872 मिग खरीदे थे जिनमें से अधिकतर विमान क्रैश हो चुके हैं।

कई बार यह आरोप लगते आए हैं कि मिग 21 में ऐसे कई पुर्जे हैं जो खराब है। यह पुर्जे रूस से आए विमानों में पहले से ही थे जिन्हें लेकर कई बार सवाल भी खड़े हुए हैं।

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रूस ने 1985 से मिग 21 का प्रोडक्शन बंद कर चुका है। 2018 तक वायु सेना के पास करीब 120 मिग 21 थे जिनमें से अधिकतर क्रैश हो गए हैं। सरकार ने 2021-22 तक सेवा से बाहर कर दिया गया है।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

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