Indian Navy Ensign: इंडियन नेवी को गुलामी के 'निशान' से मिली आजादी, जानें मोदी सरकार ने इसे क्यों बदला?

भारतीय नौसेना (Indian Navy) का निशान अब बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नौसेना के नए निशान का अनावरण किया। इस नए निशान से 'गुलामी का प्रतीक' अब हट चुका है।

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Written By aman
Published on: 2 Sep 2022 6:53 AM GMT (Updated on: 2 Sep 2022 7:09 AM GMT)
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PM Modi Unveils New Naval Ensign : भारतीय नौसेना (Indian Navy) का निशान अब बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार (02 सितंबर 2022) को नौसेना के नए निशान का अनावरण किया। इस नए निशान से 'गुलामी का प्रतीक' अब हट चुका है। आपको बता दें कि, पहले इंडियन नेवी के निशान पर 'रेड क्रॉस' बना हुआ होता था, जिसे हटा दिया गया है।

भारतीय नौसेना का नया ध्वज 'औपनिवेशिक अतीत' से दूर हो गया है। भारतीय 'मैरीटाइम हेरिटेज' (Maritime Heritage) से परिपूर्ण है। आपको बता दें कि, अभी तक भारतीय नौसेना का निशान सफेद झंडा हुआ करता था। इस झंडे या फ्लैग पर खड़ी और आड़ी लाल धारियां बनी होती थीं। जिसे 'क्रॉस ऑफ सेंट जॉर्ज' (Cross of st George) कहते हैं। इसके बीच में अशोक चिह्न बना हुआ था तथा ऊपर बाईं तरफ तिरंगा लगा था।

नए निशान में क्या?

आपको बता दें कि, नए निशान से फ्लैग से 'रेड क्रॉस' को हटा दिया गया है। अब ऊपर बाईं तरफ तिरंगा बना हुआ है जबकि, बगल में नीले रंग के बैकग्राउंड पर सुनहरे रंग में अशोक चिह्न बना हुआ है। इसके नीचे 'सत्यमेव जयते' लिखा है। इस पर अशोक चिह्न बना है। दरअसल, वो छत्रपति शिवाजी महाराज की शाही मुहर है।

जानें क्यों लिखा है 'शं नो वरुणः'

भारतीय नौसेना के इस नए फ्लैग में नीचे 'संस्कृत' में 'शं नो वरुणः' लिखा है। जिसका अर्थ होता है 'हमारे लिए वरुण शुभ हों'। ज्ञात हो कि, भारत में में 'वरुण' को समुद्र का देवता माना जाता है। आदि काल से ये मान्यता है। इसीलिए इंडियन नेवी के नए निशान पर ये वाक्य लिखे गए हैं।

जानें इतिहास

विशेष जानकारी के लिए थोड़ा पीछे यानी इतिहास में जाना होगा। आजादी के बाद जब बंटवारा हुआ तो नौसेना का भी बंटवारा हुआ था। इनके नाम 'रॉयल इंडियन नेवी' (Royal Indian Navy) तथा 'रॉयल पाकिस्तान नेवी' (Royal Pakistan Navy) रखा गया। हम जानते हैं कि 26 जनवरी 1950 को भारत गणतंत्र बना, तो उसमें से 'रॉयल' शब्द को अगल कर दिया गया। यब इसे नया नाम 'इंडियन नेवी' पड़ा। जिसे हम भारतीय सेना भी कहते हैं। मगर, नौसेना के निशान पर ब्रिटिश काल की झलक बदस्तूर जारी रही। नौसेना के झंडे पर जो 'रेड क्रॉस' नजर आता है, वो 'सेंट जॉर्ज क्रॉस' है। जो अंग्रेजी झंडे यूनियन जैक का हिस्सा हुआ करता था।

लगातार होते रहे बदलाव

झंडे में नए बदलाव के तहत 'लाल क्रॉस' भारतीय नौसेना के निशान पर बना रहा। इसके ऊपरी बाईं तरफ तिरंगा लगा दिया गया। साल 2001 में ये इस झंडे को बदला गया। तब लाल क्रॉस को हटा दिया गया और इसकी जगह नीले रंग में अशोक चिह्न बनाया गया। ये अलग बात है कि, इसमें शिकायत आई कि नीला रंग समुद्र और आसमान से मिल जाता है। जिसके बाद फिर 2004 में बदलाव किया गया। तब झंडे में लाल क्रॉस लगाया गया। मगर, इस बार लाल क्रॉस के बीचों-बीच अशोक चिह्न लगाया गया था। साल 2014 में फिर इसमें मामूली बदलाव किया गया। तब अशोक चिह्न के नीचे 'सत्यमेव जयते' लिखा गया था। जिसके बाद आज इस झंडे में बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव किया गया।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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