×

फर्जी खबर के लिए करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल न हो : स्मृति ईरानी

Rishi
Published on: 28 Feb 2018 11:13 AM
फर्जी खबर के लिए करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल न हो : स्मृति ईरानी
X

कोलकाता : सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने फर्जी खबर देने वाले समाचार संगठनों के साथ सरकार द्वारा सख्त रवैया अख्तियार करने का संदेश देते हुए कहा कि करदाताओं को फर्जी खबरों के लिए पैसा नहीं चुकाना चाहिए। इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित एक परिचर्या के दौरान यहां मंगलवार की शाम ईरानी ने कहा कि अखबारों के लिए भारतीय प्रेस परिषद है जिसके पास ऐसे मसले को लेकर कोई भी नागरिक या संगठन जा सकता है।

उन्होंने कहा, "भारतीय प्रेस परिषद के अलावा, मंत्रालय से भी संपर्क किया जा सकता है। हम मामले की जांच के दौरान जब यह पाते हैं कि किसी अखबार में छपी खबर वास्तव में फर्जी है तो हम प्रेस परिषद को इसकी सूचना देते हैं ताकि इसके खिलाफ कार्रवाई हो सके।"

ये भी देखें : गांव की महिलाओं ने तैयार किया ‘अमेठी अचार’, ब्रांड-एंबेसडर बनी स्मृति ईरानी

ईरानी ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करते हैं कि फर्जी खबर प्रकाशित करने वाले अखबारों को विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय की ओर से कोई विज्ञापन न मिले।"

उन्होंने कहा कि टेलीविजन पर फर्जी खबर प्रसारित होने पर उद्योग का स्वनियमन निकाय है और मंत्रालय की ओर से फर्जी खबर प्रसारित करने वाले चैनलों की सूचना निकाय को मुहैया करवाई जाती है। इसके बाद नियमन निकाय या मंत्रालय की ओर उस चैनल विशेष से सुधार के कदम उठाने को कहा जाता है।

उन्होंने कहा, "हमें एक रेडियो चैनल पर उत्तेजक विषयवस्तु मिली और हमने उस रेडियो चैनल के राजस्व के रास्ते बंद कर दिए। करदाताओं को फर्जी खबरों के लिए पैसा नहीं चुकाना चाहिए।"

सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री ने कहा, "मुझे नहीं लगता है कि सोशल मीडिया से कोई खतरा है। प्रौद्योगिकी से बराबरी लाने में बड़ी मदद मिलती है। अगर वहां कोई विषय-वस्तु गलत है है तो लोगों के पास अधिकार है कि उस पोस्ट को सही कर दे। हमारे पास यह संचार का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक साधन है।"

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!