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Indians Deported From America: अमेरिका से भारतीयों का देश निकाला क्यों हो रहा है, क्या है इसका कारण, इससे कैसे प्रभावित होगी मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा
America Se Bharatiyon Ko Kyu Nikala Ja Raha Hai: अमेरिका में वर्तमान में 18,000 से अधिक भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश ऐसे लोग हैं जिनका वीजा समाप्त हो चुका है या जो अवैध तरीकों से अमेरिका में प्रवेश कर चुके हैं।
America Se Bharatiyon Ko Kyu Nikala Ja Raha Hai
Indians Deported From US Update: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में 105 भारतीयों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर भेजने का आदेश दिया है। इन प्रवासियों को मिलिट्री विमान के जरिए वापस भेजा गया है। प्रशासन ने संकेत दिया है कि भविष्य में और भी भारतीयों को निर्वासित किया जा सकता है। इस स्थिति को समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि आखिर किन कारणों से भारतीयों को अमेरिका से निकाला जा रहा है और इसके पीछे के तथ्य क्या हैं।
क्या है मामला?
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सी-17 सैन्य विमान 105 भारतीयों को लेकर अमेरिका से भारत आ चुका है। हालांकि मीडिया में कहीं भी इसकी फोटो और विडिओ आपको नहीं मिलेंगे। अमेरिका में वर्तमान में 18,000 से अधिक भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश ऐसे लोग हैं जिनका वीजा समाप्त हो चुका है या जो अवैध तरीकों से अमेरिका में प्रवेश कर चुके हैं।
यूएस इंफोर्मेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट (ICE) के मुताबिक, नवंबर 2024 तक 20,407 लोग अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे। इनमें से 2,467 लोग अमेरिका के डिटेंशन कैंप में हैं, जबकि 17,940 लोग "पेपरलेस" के रूप में दर्ज किए गए हैं।
5000 से अधिक प्रवासियों का निर्वासन
जागरण डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन द्वारा जारी जानकारी में बताया गया कि एल पासो (टेक्सास), सैन डिएगो और कैलिफोर्निया से 5,000 से अधिक अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया गया है।
इन प्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास भेजा गया है।
विदेशी मंत्री के सामने उठा मुद्दा
हाल ही में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर अमेरिका की यात्रा पर गए थे। इस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने उनसे अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों का मुद्दा उठाया।
इस पर भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि वे उन सभी प्रवासियों को वापस लेने के लिए तैयार हैं, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं।
अमेरिका में अवैध प्रवासियों के प्रकार
अमेरिका में अवैध प्रवासियों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा जा सकता है, जिनमें से कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:
1. वीजा ओवरस्टे
इस श्रेणी में वे लोग आते हैं जिन्हें वैध वीजा प्राप्त हुआ था, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वे अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं।
2. अवैध घुसपैठ
इस श्रेणी में वे लोग आते हैं जो बिना किसी आधिकारिक प्रक्रिया या प्रमुख बंदरगाहों से होकर अमेरिका में प्रवेश करते हैं। यह आमतौर पर समुद्री सीमाओं, मैक्सिको या कनाडा के रास्ते होता है।
3. पैरोल उल्लंघन
यदि किसी व्यक्ति को कानूनी रूप से पैरोल पर रिहा किया गया था, लेकिन उसकी पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद भी वह वापस जेल नहीं गया, तो उसे अवैध प्रवासी माना जाता है।
4. कानूनी दर्जा खोना
कुछ लोग पहले अमेरिका में वैध रूप से रह रहे थे, लेकिन बाद में उनका कानूनी दर्जा समाप्त हो गया। उदाहरण के लिए, ग्रीन कार्ड का नवीनीकरण नहीं कराना या तलाक के बाद स्पॉन्सरशिप खत्म हो जाना।
अमेरिकी प्रशासन द्वारा भारतीय प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। निर्वासन की यह प्रक्रिया भविष्य में और तेज हो सकती है, जिससे अवैध रूप से रह रहे हजारों भारतीय प्रभावित होंगे। भारत और अमेरिका के कूटनीतिक संबंधों के बावजूद, अमेरिकी आव्रजन नीति में बदलाव भारतीय प्रवासियों के लिए एक चुनौती बन सकता है।
इस मुद्दे को देखते हुए, भारतीय प्रवासियों को कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने की सलाह दी जाती है ताकि उन्हें अमेरिका में किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।अमेरिकी प्रशासन की सख्त आव्रजन नीतियों का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अवैध प्रवास को नियंत्रित करना है।
अमेरिका द्वारा भारतीय प्रवासियों का निर्वासन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने अवैध प्रवास के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है, जिसके तहत अरूप से देश में रहने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें वापस उनके देश भेजा जा रहा है। इस नीका उद्देश्य देश की सुरक्षा को मजबूत करना और अवैध प्रवाको हतोत्साहित करना है।
अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाईे दौरान, अमेरिकी अधिरियों ने इन व्यक्तियों को हिरासत में लिया और बाद में उन्हें न्निर्वासित करने का निर्णय लिया। निर्वासन की प्रक्रिया में, कुछ मामलों में, निर्वासित व्यक्तियों के साथ कठोर व्य की रिपोर्टें भी सामने आई हैं, जैसे कि उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर ले जाना।
अन्य देशों के साथ अमेरिका की निर्वासन नीतियां
- अमेरिका न केवल भारतीय प्रवासियों के खिलाफ, बल्कि अन्य दे के अवैध प्रवासियों के खिलाफी सख्त कार्रवाई करता रहा है। उदाहरण के लिए, ब्राजील के अवैध प्रवासियों को भी अमेरिकी सैन्य विमानों के माध्यम से वापस गया है।
- अमेरिका यह नीति सभी अवैध प्रवासियों पर लागू होती है, चाहे वे किसी भी देश के हों। अवैधवास को रोकने के लिए, अमेरिकी प्रशासन विभिन्न देशों के साथ मिलकर काम करता है ताकि अवैध प्रवासियों पहचान की जा अके और उन्हें उनके देश वापस भेजा जा सके।
इतिहास में ऐसी घटनाएं
अवैध प्रवासियों का निर्वासन कोई नई बात नहीं है। अमेरिका में पहले अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती रही है। हालांकि, हाल के वर्षों में, विशेष रूप से ट्रम्प के दौरान, इन कार्रवाइयों में वृद्धि हुई है।
अतीत में, विभिन्न देशों के अवैध प्रवासियों को अमेरिका से निर्वासित किया गया है। इन कार्रवाइयों का उद्देश्य देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करना और अवैध प्रवास को हतोत्साहित करना है।अवैध प्रवास एक गंभीर मुद्दा है, जिसके लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समझ की आवश्यकता है। प्रवासी नागरिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है, ताकि निर्वासन की प्रक्रिया मानवीय और सम्मानजनक हो।
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के कारण अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के लिए कई चुनौतियाँ उत्पन्न हुई हैं। प्रमुख नीतियाँ जो भारतीयों के लिए खतरा बन सकती हैं, निम्नलिखित हैं:
- अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई: ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए इसे राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया है। इस नीति के तहत, अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे लोगों की पहचान कर उन्हें निर्वासित किया जा रहा है। हाल ही में, एक अमेरिकी सैन्य विमान के माध्यम से 104 भारतीय अवैध प्रवासियों को भारत वापस भेजा गया।
- 287(g) कार्यक्रम का विस्तार: इस कार्यक्रम के तहत, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को होमलैंड सिक्योरिटी के साथ मिलकर अवैध प्रवासियों की जांच, गिरफ्तारी, और हिरासत में लेने की अनुमति दी गई है। इससे अवैध रूप से रह रहे भारतीयों के लिए जोखिम बढ़ गया है।
- बर्थराइट सिटीजनशिप का समाप्ति: ट्रंप ने अमेरिका में जन्म लेने वाले बच्चों को स्वचालित नागरिकता देने वाली बर्थराइट सिटीजनशिप नीति को समाप्त करने का आदेश दिया है। इससे उन भारतीय परिवारों पर प्रभाव पड़ सकता है जो अमेरिका में अपने बच्चों के भविष्य की योजना बना रहे थे।
- H-1B वीजा नीतियों में सख्ती: ट्रंप की "अमेरिका फर्स्ट" नीति के तहत, H-1B वीजा कार्यक्रम में सख्ती लाई गई है, जिससे भारतीय आईटी पेशेवरों के लिए अमेरिका में नौकरी पाना कठिन हो गया है।
- यूएसएआईडी परियोजनाओं का निलंबन: ट्रंप की नीतियों के चलते, भारत में चल रही कई अमेरिकी सहायता परियोजनाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, जिससे उन संगठनों पर असर पड़ा है जो अमेरिकी फंडिंग पर निर्भर थे। इन नीतियों के कारण, अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रवासियों को कानूनी स्थिति, रोजगार, और भविष्य की योजनाओं के संदर्भ में अनिश्चितता और चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की अमरीका यात्रा और अजेंडा
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा के दौरान, इन मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। 12 फरवरी से शुरू हो रही इस दो दिवसीय यात्रा में, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बीच व्यापार, रक्षा सहयोग, और इंडो-पैसिफिक रणनीति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर वार्ता होगी।
- हालांकि, आव्रजन नीतियों के कारण उत्पन्न तनाव के बावजूद, दोनों देशों के बीच व्यापार और रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग जारी है। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है, जिसमें आव्रजन नीतियों से उत्पन्न चुनौतियों पर भी चर्चा शामिल हो सकती है।
- इस प्रकार, अमेरिका की आव्रजन नीतियों में बदलावों के बावजूद, भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को संतुलित और मजबूत बनाए रखने के लिए उच्च-स्तरीय वार्ताओं का आयोजन महत्वपूर्ण है।