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भारत की अमेरिका को दो टूक, आतंकी पन्नू की धमकी को लेकर कही बड़ी बात!

भारत ने खालिस्तान समर्थक पन्नू की निंदा करते हुये अमेरिका से भारत की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेने की अपील की। विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर कहा कि भारत ने इस मामले को अमेरिकी अधिकारियों के सामने उठाया है।

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Newstrack Network
Published on: 20 Dec 2024 8:42 PM IST (Updated on: 20 Dec 2024 8:53 PM IST)
Gurpatwant Singh Pannun
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Gurpatwant Singh Pannun (Photo: Social Media)

भारत ने शुक्रवार को खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की निंदा करते हुये अमेरिका से भारत की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेने की अपील की।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसे लेकर कहा कि भारत ने इस मामले को अमेरिकी अधिकारियों के सामने उठाया है और अमेरिका से इस मुद्दे पर त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की उम्मीद है।

जायसवाल ने कहा। हम धमकियों को बेहद गंभीरता से लेते हैं और इसे अमेरिकी सरकार के सामने उठाया है। हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका हमारी सुरक्षा चिंताओं को पूरी गंभीरता से लेगा। यह बयान उस समय आया, जब पन्नू ने भारत के राजदूत को एक वीडियो संदेश में भारत-रूस आतंकी गठजोड़ का हिस्सा बताते हुए गंभीर आरोप लगाए। पन्नू ने कहा कि क्वात्रा, खालिस्तान समर्थक समूहों की गतिविधियों की निगरानी कर रहे थे और आरोप लगाया कि वह रूसियों के साथ मिलकर उत्तरी अमेरिका में खालिस्तान आंदोलन को कुचलने के लिए सांठगांठ कर रहे थे।

अमेरिका ने भारतीय राजदूत को दी गई धमकियों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह भारत के सभी राजनयिकों की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, अमेरिकी सरकार, अमेरिका में सभी राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास कर्मियों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

भारतीय राजदूत को दी थी धमकी

खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने अमेरिका में भारत के राजदूत राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और कनाडा में रूसी राजदूत ओलेग स्टेपानोव पर हमला करने की धमकी दी थी। पन्नू ने कहा था कि जो भी इन दोनों का पता बताएगा, उसे $25,000 का इनाम दिया जाएगा। पन्नू ने आरोप लगाते हुए कहा, खालिस्तान समर्थक सिखों पर कनाडा और अमेरिका में हिंसक हमलों में भारतीय और रूसी राजदूतों की भूमिका को लेकर हम सवाल पूछने जा रहे हैं। पन्नू ने दावा किया कि मई 2023 में ओटावा स्थित रूसी दूतावास ने खालिस्तान समर्थक निज्जर के टेलीग्राम अकाउंट को हैक किया था, ताकि भारत को उसकी गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिल सके। इस हैकिंग का परिणाम यह हुआ कि 18 जून को सरे के गुरु नानक सिख गुरुद्वारा में उसकी हत्या कर दी गई।



Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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