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India's G20 Presidency: भारत से दुनिया लगाए है बड़ी उम्मीदें
India's G20 Presidency: जी-20 की अध्यक्षता, भारत को अपनी विदेश नीति के विस्तार को मजबूत करने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर बेहतर आर्थिक विकास और विकास के साधन के रूप में चुनौतियों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करती है।
India's G20 Presidency: भारत अगले साल जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा। भारत की अध्यक्षता में देशभर में 32 विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित होंगी।
जी-20 की अध्यक्षता अपने आप में महत्वपूर्ण है। ग्लोबल मंच पर भारत के रसूख के चलते जी-20 की अध्यक्षता की महत्ता और भी बढ़ जाती है। भारत जी-20 की अध्यक्षता ऐसे समय करेगा, जब अंतरराष्ट्रीय राजनीति में तेजी से बदलाव आया है। रूस यूक्रेन जंग और ताइवान मामले में चीन-अमेरिका के बीच चल रहे तनाव के चलते वैश्विक परिदृश्य में काफी बदलाव आया है। भारत के लिए बड़ी चुनौती जी-20 के विचारों एवं लक्ष्यों की रक्षा करने के साथ भू-राजनीतिक मतभेद के कारण इसे बिखरने से बचाने की होगी, जहां एक मंच में एक साथ बैठ कर नेता एक-दूसरे की बात सुनने से कतराते हैं।
जी-20 की अध्यक्षता करने वाले देश के पास यह अधिकार होता है कि वो किसी देश को मेहमान के तौर पर इसमें भाग लेने की अनुमति दे। भारत जी-20 में अतिथि देश के तौर पर बांग्लादेश, मिस्र, मॉरिशस, नीदरलैंड्स, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात को न्योता भेजेगा। इन देशों की भौगोलिक मौजूदगी को देखा जाए तो भारत ने बहुत सोच समझकर यह फ़ैसला लिया है। इस सूची में समस्त दुनिया का प्रतिनिधित्व है।
जी-20 की अध्यक्षता, भारत को अपनी विदेश नीति के विस्तार को मजबूत करने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर बेहतर आर्थिक विकास और विकास के साधन के रूप में चुनौतियों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करती है। भारत का अध्यक्ष पद विश्व मामलों में एक महत्वपूर्ण चरण में आता है जहां गहरे मतभेद उभर गए हैं और परिवर्तनकारी समाधान की आवश्यकता है। समानता की आवश्यकता और एक समावेशी एप्रोच का समर्थन करके भारत को एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। ऐसे में दुनिया की निगाहें भारत की तरफ बड़ी उम्मीदों से लगी हुई हैं। जिस तरह संयुक्त राष्ट्र कोई ठोस बदलाव लाने में विफल रहा है, ऐसे में तमाम देश कोई न कोई सहारा ढूंढ रहे हैं।
क्या है जी 20
20 देशों का समूह जी-20दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है।
जी - 20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 फीसदी वैश्विक व्यापार का 75 फीसदी से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।