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Interim Budget 2024: सर्वाइकल कैंसर पर नियंत्रण के लिए मोदी सरकार का बड़ा फैसला, महिलाओं के लिए ये हुआ ऐलान
Interim Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट में बड़ी घोषणाओं से परहेज किया। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के साथ-साथ सर्वाइकल कैंसर पर नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की घोषणा की।
Interim Budget 2024: लोकसभा चुनाव से ऐन पहले केंद्र सरकार की ओर से अंतरिम बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने आज (01 फ़रवरी) को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट प्रस्तुत किया। देश की जनता को इस बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन, वित्त मंत्री ने बड़ी घोषणाओं से परहेज किया।
अंतरिम बजट में महिलाओं के लिए क्या खास?
इस बजट में महिलाओं के लिए कई खास बातें रही। वित्त मंत्री ने कहा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल को एक व्यापक कार्यक्रम के तहत लाया जाएगा। साथ ही, बेहतर पोषण वितरण, प्रारंभिक बचपन की देखभाल तथा विकास के लिए सक्षम आंगनवाड़ी (Anganwadi) और पोषण 2.0 के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों के उन्नयन में तेजी लाई जाएगी। साथ-साथ टीकाकरण (Vaccination) के प्रबंधन और गहनता के लिए नए डिजाइन किए गए यू-विन प्लेटफॉर्म (U-WIN Platform) का उपयोग किया जाएगा। इसी प्रकार, मिशन इंद्रधनुष (Mission Indradhanush) के प्रयासों को आगे बढ़ाया जाएगा।
बजट में महिलाओं के लिए ये हुआ ऐलान :
- आंगनवाड़ी कर्मचारियों को मिलेगी आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) की सुविधा।
- आयुष्मान भारत में कवर होंगी आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता।
- मातृ एवं शिशु देखरेख की योजनाओं को व्यापक कार्यक्रम के अंतगर्त लाया गया।
- सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए मोदी सरकार लाई टीकाकरण।
- लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए मुफ्त टीकाकरण।
- नए यू-विन प्लेटफॉर्म (U-WIN Platform) से तेज होगा टीकाकरण।
- स्वास्थ्य क्षेत्र में देश के मेडिकल कॉलेज में सुविधाएं बढेंगी।
- मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए नई समिति का गठन होगा।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी आशा वर्कर और आंगनवाड़ी कर्मचारियों को मिलेगी सुविधा।
- एक करोड़ महिलाओं को बनाया गया लखपति दीदी (Lakhpati Didi Yojana)।
- बीते 10 वर्षों में 30 करोड़ मुद्रा योजना से जुड़ा लोन महिला उद्यमियों को दिया गया।
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है।
- हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।
- मोदी सरकार ने तीन तलाक को खत्म किया।
- 1 करोड़ महिलाएं बनीं लखपति दीदी, लक्ष्य 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ किया गया।
- 10 वर्षों में 9 करोड़ महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आया।
- महिलाओं की उद्यमशीलता 28 फीसदी बढ़ी।
- डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के जरिए लोगों को 34 लाख करोड़ रुपए दिए।
- महिला सशक्तीकरण की दिशा में 10 वर्षों में रफ़्तार पकड़ी है।
- महिला उद्यमियों को 30 करोड़ मुद्रा योजना ऋण दिए गए।
- हायर एजुकेशन में में महिला नामांकन 10 वर्षों में 28 प्रतिशत बढ़ा।
- एसटीईएम पाठ्यक्रमों में लड़कियों-महिलाओं को लाभ हुआ है।
- यह 43 फीसद नामांकन है, जो दुनिया में सबसे अधिक में से एक है।