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International Nurses Day 2022 : अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर PM मोदी ने कहा- 'नर्सों का समर्पण अनुकरणीय है'

International Nurses Day : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर ट्वीट कर दुनिया के सभी नर्सिंग कर्मियों को बधाई दी।

Bishwajeet Kumar
Written By Bishwajeet Kumar
Published on: 12 May 2022 1:53 PM GMT
Prime Minister Narendra Modi
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया) 

International Nurses Day 2022 : आज विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर दुनिया के कई देशों में नर्सों का समाज के लिए दिया गया योगदान और समर्थन के बारे में बताने के लिए अलग-अलग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। आज इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहां की नर्सों का समर्पण उनकी करोड़ा अनुकरणीय है। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस हर विकट परिस्थितियों में समाज के प्रति समर्पित रहते हुए असाधारण काम करने वाली सभी नर्सिंग कर्मियों के सराहना करने का दिन है। नर्सों ने ही पूरी पृथ्वी को स्वस्थ रखने के लिए अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है।

प्रधानमंत्री ने किया ट्वीट

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस नर्सिंग समुदाय के प्रति हमारा आभार व्यक्त करने का अवसर है। जिसे मानवता के प्रति उसकी निस्वार्थ सेवा के लिए पहचाना जाता है। जीवन और जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए उनकी गहन प्रतिबद्धता प्रशंसनीय है।"

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास

हर साल 12 मई का दिन दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस के मौके पर मनाया जाता है। 12 मई को ही दुनिया में आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) के जन्म पर मनाया जाता है। इंटरनेशनल नर्सिंग डे मनाने की शुरुआत जनवरी, 1974 में की गई थी। लेकिन आधुनिक नरसिंह की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटेंगल का जन्म मई महीने में हुआ था उन्होंने ही दुनिया में पहली बार आधुनिक तौर पर नोबेल नर्सिंग सेवा की शुरुआत की थी।

जानिए फ्लोरेंस नाइटेंगल के बारे में

12 मई 1820 को जन्मी फ्लोरेंस नाइटेंगल अपने पूरे जीवन भर केवल रोगियों और पीड़ितों की सेवा करती रही। बताया जाता है कि फ्लोरेंस बचपन के वक्त में खुद शारीरिक रूप से कमजोर थी जिसके कारण वह ज्यादातर बीमार रहती थी। अपने आसपास अस्वस्थ लोगों को देख और सुविधाओं के अभाव को देख वह बीमार लोगों के प्रति हमेशा सेवा भाव रखती थी। एक कहानी के मुताबिक फ्लोरेंस जब छोटी थी उस वक्त बिजली उपकरण होते ही नहीं थे। ऐसे में दिन में तो मरीजों की देखभाल वह आसानी से कर लेती थी मगर रात के वक्त वह लालटेन लेकर खुद बीमार व्यक्तियों के पास जाकर उनका चेकअप करती थी। स्वास्थ्य क्षेत्र में इस तरह की सामाजिक भावना दिखाने के कारण ही उनके जन्मदिवस को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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