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Justice Yashwant Varma Case: जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ जांच तेज, घर पहुंची दिल्ली पुलिस, घटनास्थल को किया सील

Justice Yashwant Varma Case: मंगलवार को तीन जजों की टीम लगभग 45 मिनट तक जस्टिस वर्मा के आवास पर रही। इस दौरान, सभी जज उस कमरे में भी गए जहां अधजले नोट बरामद हुए थे। जांच किस प्रक्रिया और किन नियमों के तहत आगे बढ़ेगी, इसका निर्णय कमेटी स्वयं करेगी।

Newstrack          -         Network
Published on: 26 March 2025 5:11 PM IST
Justice Yashwant Varma Case: जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ जांच तेज, घर पहुंची दिल्ली पुलिस, घटनास्थल को किया सील
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Justice yashwant Varma   (Photo: Social Media )

Justice Yashwant Varma Case: दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के आवास पर अधजले नोट मिलने के बाद मामले की जांच तेज कर दी गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन जजों की कमेटी मंगलवार को तुगलक रोड स्थित उनके घर पहुंची थी। इसके बाद तुगलक रोड थाने के पुलिस अधिकारी भी जांच के सिलसिले में जस्टिस वर्मा के आवास पर पहुंचे। दिल्ली पुलिस की टीम ने घटनास्थल को सील करने की कार्रवाई की, जहां अधजले नोट पाए गए थे।

घटनास्थल को किया गया सील

सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की टीम करीब दो घंटे तक मौके पर मौजूद रही, जिसमें नई दिल्ली के डीसीपी देवेश कुमार महला भी शामिल थे। जांच कमेटी के निर्देशानुसार, जिस स्थान पर आग लगी थी, उसे सील कर दिया गया है। इस दौरान हाई कोर्ट के अधिकारी भी वहां मौजूद रहे और पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई गई।

तीन जजों की टीम ने की जांच

इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन जजों की कमेटी मंगलवार को करीब 45 मिनट तक जस्टिस वर्मा के घर पर रही। जांच के दौरान तीनों जज उस कमरे में भी गए, जहां जले हुए नोट मिले थे। यह कमेटी जांच की रूपरेखा और प्रक्रिया खुद तय करेगी।

जस्टिस वर्मा पर FIR दर्ज कराने की मांग

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने कोर्ट में दलील दी कि इस मामले की जांच पुलिस को सौंपनी चाहिए और न्यायपालिका में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सरकार को प्रभावी कदम उठाने चाहिए याचिका में सवाल उठाया गया कि अगर जस्टिस वर्मा की जगह कोई व्यापारी होता, तो क्या उसे भी संदेह का लाभ देकर पुलिस जांच से छूट दी जाती? इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता सार्वजनिक बयान देने से बचें और अदालत इस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार है।

Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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