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IPS Amit Lodha: कौन हैं IPS अमित लोढ़ा? जिन पर बनी है वेब सीरीज 'खाकी'..इन वजहों से हैं सुर्खियों में
IPS Amit Lodha: बिहार कैडर का ये तेज तर्रार आईपीएस ऑफिसर आजकल चर्चा में है। अमित लोढ़ा 'Khakee The Bihar Chapter' वेब सीरीज को लेकर मुश्किलों से घिर गए हैं।
IPS Amit Lodha: बिहार के आईपीएस ऑफिसर अमित लोढ़ा इन दिनों सुर्खियों में हैं। उनके चर्चा में रहने की मुख्यतः दो वजहें हैं। पहला, बहुचर्चित नेटफ्लिक्स सीरीज 'खाकी: द बिहार चैप्टर' (Netflix series Khakee: The Bihar Chapter), जो उनके जीवन और उनकी पुस्तक 'बिहार डायरीज' से प्रेरणा लेकर बनी है। दूसरा, उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर शुरू हुआ विवाद है।
बिहार स्पेशल विजिलेंस यूनिट (Bihar Special Vigilance Unit) ने मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। स्पेशल विजिलेंस यूनिट का आरोप है कि, अमित लोढ़ा ने सरकारी पद पर रहते हुए बिजनेस किया। इतना ही नहीं, अमित लोढ़ा पर ये भी आरोप है कि उन्होंने निजी स्वार्थ के लिए वित्तीय अनियमितता (IPS Amit Lodha Financial Irregularity) की है। बता दें, अमित लोढ़ा की पुस्तक साल 2018 में प्रकाशित हुई थी। उस किताब का नाम 'बिहार डायरी' था। उसी पर OTT प्लेटफॉर्म पर एक वेब सीरीज 'खाकी' बनी है। 'खाकी' को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है।
वेब सीरीज 'खाकी' पर विवाद
आईपीएस अमित लोढ़ा पर वित्तीय अनियमितता की जांच कर रही विजिलेंस की स्पेशल यूनिट का आरोप है कि, मगध रेंज के तत्कालीन आईजी रहते लोढ़ा ने नेटफ्लिक्स (Netflix) और फ्राइडे स्टोरी टेलर (Friday Story Teller) के साथ सरकारी पद पर रहते हुए व्यवसायिक काम किया। बिहार विशेष निगरानी इकाई ने इस मामले में 7 पीसी एक्ट (7 PC Act on IPS Amit Lodha) के तहत अमित लोढ़ा पर केस दर्ज किया है।
माफिया डॉन अशोक महतो के कारनामों पर 'खाकी'
आपको बता दें, 'खाकी' वेब सीरीज (Khakee Web Series) को चर्चित निर्देशक नीरज पांडेय (Director Neeraj Pandey) ने निर्देशित किया है। 'खाकी' वेब सीरीज शेखपुरा के डॉन अशोक महतो (Mafia Don Ashok Mahto) के कारनामों पर बनी है। बताया जा रहा है, अमित लोढ़ा उस वक्त शेखपुरा के एसपी थे। अपने उन्हीं अनुभवों को शब्दों में पिरोकर अमित लोढ़ा ने किताब की शक्ल दी। जिसे पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने दिसंबर 2018 में प्रकाशित किया था। जिस पर नेटफ्लिक्स 'खाकी' वेब सीरीज लेकर आई है।
कौन हैं अमित लोढ़ा?
आईपीएस अमित लोढ़ा की पहचान बिहार के सबसे काबिल, साहसी और तेज तर्रार ऑफिसर में रही है। अमित 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। ये पहली बार साल 2006 में चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने 'शेखपुरा के गब्बर सिंह' नाम से मशहूर कुख्यात गैंगस्टर अशोक महतो (Gangster Ashok Mahto) और उसके मित्र पिंटू महतों को सलाखों के पीछे पहुंचाया था। बता दें, माफिया अशोक महतो और पिंटू महतो पर दो पुलिस वालों की हत्या कर जेल से भागने सहित 15 लोगों की हत्या सहित कई मामले दर्ज थे। उस वक्त IPS अमित लोढ़ा को उनकी इस उपलब्धि के लिए 'प्रेसिडेंट पुलिस मेडल' (President Police Medal), पुलिस मेडल और 'इंटरनल सिक्योरिटी मेडल' से सम्मानित किया गया।
पहले प्रयास में UPSC की परीक्षा पास की
अमित लोढ़ा अपने पहले प्रयास में ही UPSC की परीक्षा निकालने में सफल रहे थे। तब उनकी उम्र महज 25 साल थी। अमित कुशाग्र थे। उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही संघ लोक सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी। बिहार कैडर (IPS Amit Lodha Bihar Cadre) में आने से पहले अमित ने राजस्थान में भी अपनी सेवाएं दी थीं। कहा जाता है उनके संबंध ख्याति प्राप्त लोगों से अच्छे रहे हैं। अपनी इसी मधुरता की वजह से वो 'सेलिब्रिटी आईपीएस' में गिने जाते रहे हैं। अमित लोढ़ा की एक खासियत विख्यात है कि वो पीड़ित लोगों को सीधे अपने लैंडलाइन नंबर पर कॉल करने के लिए कहते हैं।
IPS लोढ़ा ने लिखी दो किताबें
बिहार पुलिस में काम करने के दौरान अमित लोढ़ा ने घटनाओं और अनुभवों पर अब तक दो किताबें लिखी। उन्होंने कहानियों के रूप में अपनी किताब 'बिहार डायरीज' (Bihar Diaries) लिखी। इसमें गैंगस्टर अशोक महतो को पकड़ने की कहानी है जबकि दूसरी किताब साल 2021 में प्रकाशित हुई। जिसका नाम 'लाइफ इन द यूनिफॉर्म' है। इस किताब में उन्होंने यूपीएससी की अपनी यात्रा का वर्णन किया है।