TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

आत्महत्या करने वाले IPS अधिकारी ने सुसाइड नोट में CM ममता पर लगाए गंभीर आरोप

पश्चिम बंगाल के एक आईपीएस अधिकारी ने पिछले दिनों हाथ की नस काटकर आत्महत्या कर ली थी। अब आईपीएस अधिकारी का सूसाइड नोट सामने आया है। इसमें दिवंगत अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

Dharmendra kumar
Published on: 24 Feb 2019 4:17 PM IST
आत्महत्या करने वाले IPS अधिकारी ने सुसाइड नोट में CM ममता पर लगाए गंभीर आरोप
X

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के एक आईपीएस अधिकारी ने पिछले दिनों हाथ की नस काटकर आत्महत्या कर ली थी। अब आईपीएस अधिकारी का सूसाइड नोट सामने आया है। इसमें दिवंगत अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

1986 बैच के अधिकारी गौरव दत्त ने सूसाइड नोट में लिखा है कि उनके इस कदम के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम ने 10 सालों तक उनका मानसिक उत्पीड़न किया है जिससे परेशान होकर उन्हें ऐसा कदम उठाना पड़ा है।

यह भी पढ़ें.....यूपी: Reliance Jio के बढ़ रहे ग्राहक, Vodafone-Airtel के छोड़ रहे साथ

बता दें कि 19 फरवरी को पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित आईपीएस ऑफिसर गोपाल दत्त के बेटे रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी गौरव दत्त ने हाथ की नस काटकर आत्महत्या कर ली थी। अपने सूइसाइड नोट में ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए दत्त ने लिखा कि सीएम ने उन पर चल रहे दो लंबित मामलों को बंद करने से इंकार कर दिया था। इनमें से पहले केस की फाइल राज्य सरकार ने खो दी थी। वहीं दूसरे केस में उन पर भ्रष्टाचार का कोई भी आरोप सिद्ध नहीं हो पाया था।

यह भी पढ़ें.....DM की पहल के बाद अब गायों को मिलेगा होटल और ढाबा का खाना

दत्त ने लिखा कि डीजी के रिक्वेस्ट करने के बाद भी ममता बनर्जी ने दोनों मामलों को बंद करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने आगे लिखा कि ऐसी तंगदिली और ऐसा प्रतिशोधात्मक रवैया किसी भी राष्ट्रीय स्तर के नेता में नहीं होना चाहिए। अपने अंतिम पत्र में आईपीएस अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि वह यह सब पूरे होशो-हवास में लिख रहे हैं। दत्त की पत्नी श्रेयांशी ने बताया कि लेटर की हैंडराइटिंग उनके पति की ही है।

यह भी पढ़ें.....प्रियंका और ज्योतिरादित्य के सचिवों में सीटों का बंटवारा तय, यहां पढ़ें पूरी डिटेल्स

श्रेयांशी ने बंगाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति की मृत्यू सरकार की हर तरह की यातना और तिरस्कार के खिलाफ प्रतिरोध है जिसे उन्होंने जीते जी झेला था। उन्होंने कहा कि वह पिछले 10 सालों से काफी परेशान थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनका डिप्रेशन इस लेवल पर था कि वह ऐसा कदम उठा सकते हैं।

Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story