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Israel Embassy Blast: इजरायल दूतावास के पास विस्फोट मामले में एफआईआर दर्ज, संदिग्धों की तलाश जारी
Israel Embassy Blast Case: जांच कर रहे दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने विस्फोट स्थल के आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को स्कैन किया है और एक संदिग्ध को देखा है जो एक ऑटोरिक्शा में जामिया नगर से आया था।
Israel Embassy blast news (photo: social media )
Israel Embassy Blast Case: इजरायली दूतावास के पास कम तीव्रता वाले विस्फोट के मामले में दिल्ली पुलिस ने 'अज्ञात' व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 (जीवन या संपत्ति को खतरे में डालने वाला विस्फोट करने की सजा) और भारतीय दंड संहिता की धारा 427 (पचास रुपये की क्षति पहुंचाने वाली शरारत) के तहत एफआईआर तुगलक रोड पुलिस स्टेशन पर दर्ज की गई है। एफआईआर एक पुलिस अधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई है।
क्या है मामला?
26 दिसंबर की शाम को नई दिल्ली में पृथ्वीराज रोड पर प्लॉट नंबर 4 पर स्थित एक घर और प्लॉट नंबर 2 ए पर स्थित केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान की चारदीवारी के बीच के क्षेत्र में हुआ। इस क्षेत्र में झाड़ियाँ, पेड़-पौधे हैं और कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। यह स्थल पृथ्वीराज रोड के समानांतर चलने वाली डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर इजरायली दूतावास के पीछे है। विस्फोट में कोई घायल नहीं हुआ था।
घटनास्थल पर पत्र मिला
पुलिस को विस्फोट स्थल के पास इजरायली राजदूत को संबोधित एक "अपमानजनक" पत्र मिला था। अंग्रेजी में लिखे गए एक पेज के पत्र का संबंध "सर अल्लाह रेजिस्टेंस' नामक संगठन से होने का संदेह है और इसमें "ज़ायोनीवादी", "फिलिस्तीन" और "गाजा" जैसे शब्दों का उल्लेख है।
पुलिस ने कहा है कि इस मामले में गहरी साजिश का पता लगाने के लिए मामला स्पेशल सेल को सौंपा जा सकता है। जांच कर रहे दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने विस्फोट स्थल के आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को स्कैन किया है और एक संदिग्ध को देखा है जो एक ऑटोरिक्शा में जामिया नगर से आया था। पुलिस ने कई ऑटोरिक्शा चालकों से पूछताछ की है, जिसमें विस्फोट होने से पहले संदिग्ध को घटनास्थल पर लाने वाला ड्राइवर भी शामिल है। हालांकि, पुलिस अभी तक आरोपियों का पता नहीं लगा पाई है।
घड़ी का टूटा डायल मिला
पुलिस ने विस्फोट स्थल से एक घड़ी का टूटा हुआ डायल और कुछ स्टील बेयरिंग बरामद किए हैं, लेकिन यह पता नहीं है कि विस्फोट में उनका इस्तेमाल किया गया था या नहीं। जांच अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की प्रयोगशाला से रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जहां विस्फोट में इस्तेमाल किए गए घटकों का पता लगाने के लिए मौके से एकत्र किए गए नमूने भेजे गए हैं। पुलिस ने एक दर्जन लोगों के बयान दर्ज किए जिन्होंने दावा किया कि उन्होंने विस्फोट की तेज़ आवाज़ सुनी थी। बयानों से पता चलता है कि गवाहों ने एक वाहन देखा जो विस्फोट स्थल के पास ख़राब हो गया था।