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Israel-Hezbollah War : प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायली पीएम नेतन्याहू से की बात, कहा - क्षेत्रीय तनाव को रोकना जरूरी
Israel-Hezbollah War : इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच छिड़े युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समकक्ष इजरायली पीएम नेतन्याहू से की फोन पर बातचीत की।
Israel-Hezbollah War : इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच छिड़े युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने समकक्ष इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि भारत शांति और स्थिरता की बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। बता दें कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बीते कई दिनों से जंग छिड़ी हुई है, जो और तीखी होती जा रही है। इजरायली सेना ने एयर स्ट्राइक करते हुए लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया है। इस दौरान हिजबुल्लाह के मुखिया नसरल्लाह सहित कई प्रमुख नेता मारे गए। इसके साथ ही कई नागरिकों ने भी जान गंवाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायली पीएम नेतन्याहू ने हुई बातचीत की जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर शेयर की है। उन्होंने लिखा, पश्चिम एशिया में हाल ही में हुए घटनाक्रमों के बारे में पीएम नेतन्याहू से बात हुई है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का हमारे विश्व में कोई स्थान नहीं है। क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायली सेना कई मोर्चों पर युद्ध का विस्तार करती जा रही है, हमलों में कोई कमी के संकेत नजर नहीं आ रहे हैं। बीते 24 घंटों में इजरायल द्वारा किए गए हमलों में करीब 20 फिलिस्तीन मारे गए हैं, जबकि 108 लोग घायल हुए हैं। मंत्रालय ने बताया कि अब तक कुल 41,615 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 96,359 लोग घायल हुए हैं। कई स्थानों पर लोग अभी भी मलबों में दबे हुए है, वहां तक सरकारी मदद (एंबुलेंस और सुरक्षाबल) नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसके साथ अभी कम से कम दस हजार लोग अभी लापता हैं।
जानिए क्यों भड़की आग
बता दें कि हिजबुल्लाह और हमास ऐसे सहयोगी हैं, जो खुद को इजरायल के खिलाफ ईरान समर्थित हिस्सा मानते हैं। हमास ने गाजा उत्तरी इजरायल में रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन से हमला शुरू किया था, इसके बाद से हिजबुल्लाह से युद्ध शुरू हो गया था। इजरायल ने हमास को जवाब दिया और धीरे-धीरे ये लड़ाई युद्ध में बदल गई। इससे पूरे क्षेत्र में आग भड़क गई।
इजरायल का कहना है कि जब तक वह अपने उन 60 हजार नागरिकों को सुरक्षित वापस नहीं भेज देगा, जिन्हें उत्तरी क्षेत्र से निकाला गया था, तब तक वह शांत नहीं बैठेगा। वहीं, हिजबुल्लाह का कहना है कि जब तक संघर्ष विराम नहीं होगा, तब तक वह अपने रॉकेट फायर को नहीं रोकेगा।