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Kashmir Files Controversy: आलोचनाओं के बीच IFFI के जूरी हेड नदाव लैपिड ने अपने बयान का किया बचाव, कही ये बात

Kashmir Files Controversy: इजरायली फिल्म निर्माता नदाव लैपिड ने अपनी आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, वह कश्मीर में भारतीय नीति को सही ठहराने वाली फिल्म से हैरान थे।

Krishna Chaudhary
Published on: 30 Nov 2022 2:00 PM IST
Israeli filmmaker Nadav Lapid defends his statement on The Kashmir Files
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इजरायली फिल्म निर्माता नदाव लैपिड ने द कश्मीर फाइल्स पर दिए अपने बयान का किया बचाव: Photo- Social Media

Kashmir Files Controversy: कश्मीरी हिंदुओं के अत्याचार पर बनी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files ) को लेकर फिर से देश में बवाल मचा हुआ है। IFFI के जूरी हेड और इजरायली फिल्म निर्माता नदाव लैपिड ने फिल्म को वल्गर प्रोपेगेंडा बता दिया। जिस पर फिल्म में काम करने वाले एक्टर्स से लेकर आम लोग भी भड़क गए। सोशल मीडिया पर लैपिड की जमकर आलोचना हुई। यहां तक कि उन्हें अपने देश के राजनयिकों से भी कड़े शब्द सुनने पड़े। इतना कुछ हो जाने के बावजूद इजरायली फिल्म मेकर अपने बयान पर कायम हैं।

नदाव ने अपनी आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, वह कश्मीर में भारतीय नीति को सही ठहराने वाली फिल्म से हैरान थे, और इसमें "फासीवादी विशेषताएं" हैं। यह फिल्म 90 के दशक में कश्मीरी हिंदुओं के पलायन पर आधारित है। नदव ने कहा कि अगर इस तरह की फिल्म आने वाले वर्षों में इज़राइल में भी बनती है तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा। नदाव लोकल प्रेस से पूछे जा रहे सवालों का आज जवाब दे रहे थे।

उन्होंने कहा, मैं जानता था कि यह एक ऐसी घटना है जो देश से बहुत जुड़ी हुई है और हर कोई इस पर सरकार की प्रशंसा करता है। यह कोई आसान स्थिति नहीं है, क्योंकि आप एक अतिथि हैं, मैं यहां जूरी का अध्यक्ष हूं, आपके साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया जाता है। और तब आप आकर उत्सव पर आक्रमण करते हो। एक आशंका थी और एक बेचैनी थी। मुझे नहीं पता था कि आयाम क्या होंगे, इसलिए मैंने इसे कुछ आशंका के साथ किया। हां, मैंने आशंकित दिन बिताया। आइए इसे इस तरह से रखें, मैं अब हवाई अड्डे के लिए अपने रास्ते पर खुश हूं।

जाते –जाते अपने देश पर भी निशाना साध गए लैपिड

नदाव लैपिड ने आगे कहा कि उन देशों में जो तेजी से अपने मन की बात कहने या सच बोलने की क्षमता खो रहे हैं, किसी को बोलने की जरूरत है। इसलिए मुझे लगा कि मुझे करना ही पड़ेगा, क्योंकि मैं एक ऐसी जगह से आया हूं, जो खुद सुधरी नहीं है और इन्हीं के रास्ते में है। दरअसल, लैपिड अपने देश इजरायल पर भी हमलावर रहे हैं। वह अंतरराष्ट्रीय मंच से अपने देश की लीडरशिप की आलोचना कर चके हैं। लैपिड ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि इजरायल की सामूहिक आत्मा एक बीमार आत्मा है।



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Shashi kant gautam

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