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Mallikarjun Kharge: खड़गे परिवार के ट्रस्ट को जमीन देने का मामला गरमाया, राज्यपाल ने मांगा कर्नाटक सरकार से जवाब, कांग्रेस भड़की
Mallikarjun Kharge: भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार के ट्रस्ट को नियम विरुद्ध तरीके से जमीन के आवंटन का आरोप लगाया है।
Mallikarjun Kharge: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके परिजनों को जमीन आवंटन को लेकर पैदा हुआ विवाद अब काफी गहरा गया है। राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने इस मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार से जवाब मांगा है। विपक्ष का आरोप है कि खड़गे के परिवार के ट्रस्ट को नियम विरुद्ध तरीके से जमीन के आवंटन का विशेष लाभ दिया गया है।
राज्यपाल की ओर से जवाब तलब किए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेताओं से जुड़े मामलों में राज्यपाल जरूरत से ज्यादा तेजी दिखा रहे हैं जबकि भाजपा और जनता दल (एस) के नेताओं से जुड़े मामलों में उन्होंने चुप्पी साध रखी है।
भाजपा ने आवंटन पर उठाए सवाल
भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार के ट्रस्ट को नियम विरुद्ध तरीके से जमीन के आवंटन का आरोप लगाया है। दरअसल खड़गे के परिवार से जुड़े सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट को बेंगलुरू के एक हाईटेक एयरोस्पेस पार्क में पांच एकड़ जमीन आवंटित की गई है। इस ट्रस्ट में मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा प्रियांक खड़गे और उनके परिवार से जुड़े हुए अन्य सदस्य शामिल हैं। विपक्ष की ओर से सवाल उठाया गया है कि कैसे इस ट्रस्ट को एयरोस्पेस उद्यमी बनने की अनुमति मिली?
भाजपा की शिकायत पर राज्यपाल ने मांगा जवाब
भाजपा की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में मुख्यमंत्री की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। भाजपा का कहना है कि इस मामले में मुख्यमंत्री की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए कि क्या उन्होंने ट्रस्ट को जमीन आवंटित करने के लिए दबाव डाला?
भाजपा की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में प्रियांक खड़गे को मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने की मांग भी की गई है। भाजपा की शिकायत पर राज्यपाल ने राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। राज्यपाल ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।
कांग्रेस नेता ने राज्यपाल को घेरा
राज्यपाल की ओर से उठाए गए इस कदम पर कांग्रेस नेता और राज्य सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे भड़क गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायतों पर तुरंत सक्रिय हो जाते हैं। दूसरी ओर भाजपा और जनता दल (एस) के नेताओं के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायतों पर उनकी प्रतिक्रिया काफी ठंडी होती है।
भाजपा नेताओं को बचाने के लिए उनका कार्यालय तुरंत सक्रिय हो जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जद एस के नेताओं के खिलाफ कई दस्तावेज राज्यपाल को दिए गए मगर सारी फाइलें उनके टेबल पर सड़ रही हैं। इस मामले में उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया।
सिद्धारमैया की सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि राज्यपाल के कार्यालय में जब भी कोई शिकायत दर्ज कराई जाती है तो उस मामले में तब तक कोई कदम नहीं उठाया जाता जब तक राज्यपाल खुद खुलकर कोई पहल नहीं करते। वे विपक्ष के खिलाफ की गई शिकायतों को दबाने में जुटे रहते हैं।
प्रियांक खड़गे को बर्खास्त करने की मांग
दूसरी ओर खड़गे के परिवार से जुड़े हुए ट्रस्ट को जमीन आवंटन के मामले को लेकर पैदा हुआ विवाद अब काफी गहरा गया है। विपक्ष के नेता चलावदी टी. नारायणस्वामी ने राज्यपाल से मांग की है कि इस मामले को लेकर प्रियांक खड़गे को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि खड़गे के परिवार ने अनुसूचित जाति के उद्यमियों के साथ धोखा किया है।
विपक्ष के नेता ने कहा कि सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट खड़गे के परिवार से जुड़ा हुआ है और इस ट्र्स्ट को कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से बंगलूरू के हाईटेक डिफेंस एयरोस्पेस पार्क में अनुसूचित जाति (एससी) कोटे के तहत पांच एकड़ जमीन आवंटित की गई है।
यह आवंटन पिछले मार्च महीने के दौरान किया गया है। नागरिक सुविधाओं के लिए आरक्षित जमीन के हिस्से में बंटवारा करके यह जमीन खड़गे के परिवार को दी गई है। उन्होंने इस मामले में जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।