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BBC Documentary Controversy: JNU के बाद अब जामिया में प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री दिखाने का ऐलान, भारी संख्या में फोर्स तैनात

BBC Documentary Controversy: हैदराबाद यूनिवर्सिटी और JNU के बाद देश की एक और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जामिया ने गुजरात दंगों पर बनी डॉक्यूमेंट्री दिखाने का ऐलान किया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 25 Jan 2023 5:04 PM IST
After JNU, Jamia announces screening of banned documentary, forces deployed in large numbers
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 JNU के बाद अब जामिया में प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री दिखाने का ऐलान, भारी संख्या में फोर्स तैनात: Photo- Social Media

BBC Documentary Controversy: BBC की प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री को लेकर देश में बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है। देश के विश्वविद्यालय सियासी अखाड़े के रूप में तब्दील होते नजर आ रहे हैं। हैदराबाद यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के बाद देश की एक और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में गुजरात दंगों पर बनी डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया द मोदी क्वेश्चन' दिखाने का ऐलान किया है। दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में बुधवार शाम 6 बजे डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की घोषणा की गई है।

इस ऐलान ने यूनिवर्सिटी कैंपस का तापमान चढ़ा दिया है। एनएसयूआई और एसएफआई मिलकर इसका आयोजन कर रहे हैं, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने नोटिस जारी कर ऐसे किसी भी आयोजन पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। कैंपस में दिल्ली पुलिस के जवानों को भी तैनात करने की खबर है।

NSUI ने चिपकाए पोस्टर

कांग्रेस का छात्र संगठन एनएसयूआई द्वारा चिपकाए पोस्टर में यूनिवर्सिटी के एमसीआरसी लॉन में बुधवार शाम 6 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री को दिखाने की बात कही गई है। इस कवायद में वामपंथी छात्र संगठन भी शामिल होंगे। पोस्टर की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आ चुका है।

जामिया ने नोटिस में दी कड़ी चेतावनी

जेएनयू जैसे विवाद से बचने के लिए जामिया यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सख्त नोटिस जारी किया है। इसमें साफ-साफ कैंपस या लॉन में किसी भी प्रकार की गैदरिंग और मीटिंग ना करने की हिदायत दी गई है। किसी भी आयोजन या कार्यक्रम के लिए छात्रों को विवि प्रशासन से अनुमति लेनी होगी। नोटिसा में कहा गया है कि आदेश का उल्लंघन करने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कैंपस में तैनात सुरक्षा गार्ड्स को छात्रों की हरकत पर पैनी नजर रखऩे को कहा गया है।

बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात

जामिया यूनिवर्सिटी प्रशासन की सूचना पर दिल्ली पुलिस भी एक्टिव हो गई है। विश्वविदयालय के बाहर बड़ी संख्या में CRP और RAF के जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस ने 5 छात्रों को डिटेन भी किया है। पूरी कवायद जेएनयू जैसे विवाद को फिर से न होने देने की है।

जेएनयू में चल गए थे पत्थर

प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री को दिखाने को लेकर मंगलवार रात को जेएनयू कैंपस में एकबार फिर भारी बवाल देखने को मिला। मंगलवार देर रात डॉक्यूमेंट्री देख रहे छात्रों पर पथराव किया गया। हालांकि, अंधेरे का फायदा उठाकर हमलावर भागने में सफल रहे। वामपंथी संगठन के छात्रों ने दूसरे गुट के छात्रों पर पत्थरबाजी करने का आरोप लगाया है। इस मामले में 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। घटना को लेकर यूनिवर्सिटी कैंपस में तनाव का माहौल है।

सोमवार को हैदराबाद विवि में हुई थी स्क्रीनिंग

इससे पहले सोमवार को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित हैदराबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों के एक समूह ने प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया द मोदी क्वेश्चन' की स्क्रीनिंग की थी। एबीवीपी द्वारा मामले की शिकायत के बाद विवि प्रशासन ने कैंपस सुरक्षा विभाग से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, पुलिस का कहना है कि इस मामले में लिखित शिकायत मिलने पर जांच शुरू की जाएगी।

BBC डॉक्यूमेंट्री पर कांग्रेस में पड़ी फूट

पीएम मोदी पर बने BBC की इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर काफी मुखर रूख अपना रही कांग्रेस के अंदर इस मसले पर फूट पड़ चुकी है। पार्टी रूख से इतर जाते हुए पूर्व रक्षा मंत्री और केरल के पूर्व सीएम एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने मोदी सरकार का समर्थन किया है और बीबीसी को इस डॉक्यूमेंट्री के लिए लताड़ लगाई है। पार्टी के अंदर भारी विरोझ झेलने के बाद उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए सभी पदों से बुधवार को इस्तीफा दे दिया है।

बैन को गलत बता चुके हैं राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात दंगों को लेकर पीएम मोदी पर बने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए बैन को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि आप मीडिया को दबा सकते हैं। आप संस्थानों को कंट्रोल कर सकते हैं, आप सीबीआई, ईडी सभी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन सच तो सच होता है।

बता दें कि बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री द मोदी क्वेश्चन को भारत सरकार ने प्रधानमंत्री और देश के खिलाफ प्रोपेगैंडा करार दिया है।



Shashi kant gautam

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