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हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव: कितने सही निकले पिछले एग्जिट पोल?
Haryana and Jammu and Kashmir Exit Polls: जम्मू कश्मीर और हरियाणा में मतदान के बाद अब एग्जिट पोल की बारी है। आइए जानतें है कितना सही रहा था पिछले चुनावों में एग्जिट पोल।
Haryana and Jammu and Kashmir Exit Polls: हरियाणा में आज को मतदान समाप्त होने के साथ ही, अब सभी की निगाहें 8 अक्टूबर को आने वाले नतीजों से पहले एग्जिट पोल पर टिकी हैं। हरियाणा में 2014 के चुनाव के वक्त एग्जिट पोल भाजपा की जीत की भविष्यवाणी करने में काफी हद तक सटीक रहे थे लेकिन 2019 में वे सही साबित नहीं हुए, जब कई सर्वे में त्रिशंकु सदन के बजाय भाजपा की शानदार जीत की उम्मीद जताई गयी थी। वहीं, जम्मू और कश्मीर में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल ने त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की थी, और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को भाजपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस से आगे बढ़त दी थी।
हरियाणा के पिछले चुनाव
2014 में हरियाणा में भाजपा कांग्रेस के 10 साल के शासन को समाप्त करके सत्ता में आई थी। उस चुनाव में चार एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि भाजपा 90 सीटों वाली विधानसभा में 46 सीटों के बहुमत के आंकड़े से बस थोड़ा ही दूर रह जाएगी। इन पोल में भाजपा को औसतन 43 सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया था, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) को 27 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहने का अनुमान लगाया गया था वहीं कांग्रेस को 13 सीटें मिलने का अनुमान था। अंतिम नतीजों में भाजपा और कांग्रेस के लिए पोल की भविष्यवाणी टारगेट से थोड़ा कम ही रही और भाजपा ने 47 और कांग्रेस ने 15 सीटें जीतीं। आईएनएलडी को 19 सीटें मिलीं।
70 से अधिक सीट का लगा था अनुमान
उस चुनाव में दो पोल - न्यूज़ 24-चाणक्य और एबीपी न्यूज़-नीलसन ने भविष्यवाणी की थी कि भाजपा बहुमत का आंकड़ा पार कर जाएगी। वहीं टाइम्स नाउ और इंडिया टीवी-सी वोटर ने कांग्रेस की टैली का सही अनुमान लगाया था, जबकि न्यूज़ 24-चाणक्य आईएनएलडी के अंतिम स्कोर के सबसे करीब था। 2019 के चुनाव में अधिकांश पोल ने भाजपा की शानदार जीत की भविष्यवाणी की थी और कुछ ने 70 से अधिक सीटों पर पार्टी की जीत का अनुमान लगाया था। लेकिन नतीजे अलग ही रहे और एक त्रिशंकु विधानसभा निकल कर सामने आई क्योंकि सभी दल बहुमत के आंकड़े को पार करने में विफल रहे थे।
आठ एग्जिट पोल गलत
आठ एग्जिट पोल में भाजपा की अनुमानित संख्या 61 और कांग्रेस के लिए 18 सीटें बताईं गईं। हालांकि, भाजपा को केवल 40 सीटें मिलीं और कांग्रेस को 31, यानी इन पोल ने भाजपा के प्रदर्शन को 21 सीटों से अधिक और कांग्रेस की संख्या को 13 सीटों से कम आंका। इनमें से सात पोल ने अनुमान लगाया कि भाजपा अकेले बहुमत के आंकड़े को छू लेगी। जबकि न्यूजएक्स-पोलस्ट्रैट ने अनुमान लगाया कि भाजपा 75-80 सीटों पर जीत हासिल करेगी, सिर्फ इंडिया टुडे-एक्सिस ने कहा कि यह 32-44 सीटें जीतेगी और बहुमत से दूर रह जाएगी। तीन पोल ने अनुमान लगाया कि कांग्रेस 20 सीटों का आंकड़ा पार करेगी और केवल एक ने कहा कि यह 30 सीटों को पार करेगी। इंडिया टुडे-एक्सिस का कांग्रेस के लिए 30 से 42 सीट का अनुमान सबसे सटीक रहा था।
जम्मू और कश्मीर
2014 में जम्मू और कश्मीर में आखिरी बार विधानसभा चुनाव हुए थे, उस समय सी-वोटर एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि कोई भी पार्टी तत्कालीन 87 सदस्यीय सदन में 44 सीटों के बहुमत के आंकड़े को पार नहीं कर पाएगी। एग्जिट पोल ने पीडीपी को 32-38 सीटों के साथ शीर्ष पर रखा था, उसके बाद भाजपा को 27-33, एनसी को 8-14 और कांग्रेस को 4-10 सीटों पर रखा था। अंतिम नतीजों में पीडीपी को 28, भाजपा को 25 और एनसी को 15 सीटें मिलीं थीं जबकि कांग्रेस 12 सीटें ही पा सकी थी।