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Naresh Goyal Arrested: ट्रैवल एजेंसी से एयरलाइन खड़ी कर देने वाले नरेश गोयल कौन हैं, कैसे रसातल में पहुंचा उनका कारोबार

Naresh Goyal Arrested: गोयल को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कल यानी शुक्रवार 1 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया।

Krishna Chaudhary
Published on: 2 Sep 2023 6:13 AM GMT
Naresh Goyal Arrested: ट्रैवल एजेंसी से एयरलाइन खड़ी कर देने वाले नरेश गोयल कौन हैं, कैसे रसातल में पहुंचा उनका कारोबार
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Jet airways founder Naresh Goyal (photo: social media )

Naresh Goyal Arrested: देश में ऐसे कई चर्चित उद्योगपति हैं, जिन्होंने शून्य से शिखर तक का सफर तय किया है। उनकी शानदार जर्नी देश के करोड़ो युवाओं के लिए प्रेरणा का एक स्त्रोत है। लेकिन कुछ दिग्गज कारोबारी ऐसे भी हुए जो अपनी कामयाबी को अधिक समय तक बरकरार नहीं रख सके। इस लिस्ट में सबसे ताजा नाम है जेट एयरलाइन के फाउंडर नरेश गोयल। गोयल को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कल यानी शुक्रवार 1 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया।

ईडी की इस कार्रवाई के बाद से कभी देश के मशहूर कारोबारी शख्सियतों में शुमार रहे नरेश गोयल सुर्खियों में हैं। उन्हें जांच एजेंसी ने कल मुंबई में पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। ईडी आज यानी शनिवार 2 सितंबर को मुंबई की विशेष पीएमएलए कोर्ट में उन्हें पेश करेगी और हिरासत की मांग करेगी। संघीय एजेंसी की ओर से इससे पहले दो बार उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी हुआ था लेकिन वे दोनों ही बार हाजिर नहीं हुए थे।

बचपन में सर से उठ गया था पिता का साया

नरेश गोयल का जन्म 29 जुलाई 1949 को पंजाब के संगरूर में हुआ था। उनके पिता एक आभूषण कारोबारी थे। पिता के असामयिक निधन के कारण उनका परिवार गहरे आर्थिक संकट में फंस गया। जिस समय परिवार पर यह विपदा आई थी, तब उनकी उम्र महज 11 वर्ष की थी। गोयल की पढ़ाई-लिखाई के लिए उनके मामा आगे आए, जिसके कारण वे स्नातक की शिक्षा हासिल कर सके। 1967 में उन्होंने अपनी पहली नौकरी एक ट्रैवल एजेंसी में कैशियर के तौर पर शुरू की। उन्हें 300 रूपये महीना पगार मिलता था।

मां से उधार लेकर शुरू की ट्रैवल एजेंसी

नरेश गोयल ने 1967 से लेकर 1974 तक टूरिज्म और एयरलाइन सेक्टर में मन लगाकर काम किया। उस दौरान की कई दिग्गज एयरलाइन कंपनियों में उन्होंने नौकरी की और ट्रैवल एजेंसी से जुड़ा काम सीखा। गोयल ने लेबनानी इंटरनेशनल एयरलाइंस, इराकी एयरवेज और रॉयल जॉर्डन एयरलाइंस जैसी उस समय की दिग्गज कंपनियों के साथ काम कर अनुभव हासिल किया। इसके बाद उन्होंने कुछ खुद का करने का मन बनाया। 1974 में उन्होंने मां से कुछ पैसे उधार लेकर एक ट्रैवल एजेंसी की शुरूआत की, जिसका नाम जेटएयर।

शून्य से शिखर तक का सफर

1991 में भारत में नए आर्थिक युग की शुरूआत हुई थी। अन्य सेक्टरों की तरह एयरलाइन क्षेत्र को भी प्राइवेट प्लेयर्स के लिए खोल दिया गया था। भारत सरकार इसके लिए ओपन स्काइज पॉलिसी लेकर आई थी। एयरलाइन और टूरिज्म सेक्टर में अच्छा खासा अनुभव बटोर चुके नरेश गोयल मानो इसी के इंतजार में बैठे थे। उन्होंने अपने ट्रैवल एजेंसी जेटएयर को एयरलाइन में बदल दिया और नाम रखा ‘जेट एयरवेज’। जो तकरीबन अगले दो दशक तक देश की सबसे दिग्गज निजी एयरलाइन कंपनी बनी रही।

जेट एयरवेज ने साल 1993 में दो बोइंग 737 के साथ अपना परिचालन शुरू किया । यह देश की पहली निजी एयरलाइन कंपनी थी, जिसका उद्घाटन देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति जेआरडी टाटा ने किया था। कुछ ही साल में कंपनी ने बाजार पर अपनी पकड़ बना ली और एयर इंडिया को कड़ी टक्कर देने लगी। जेट एयरवेज ने ही पहली बार देश में ऑफर्स के जरिए सस्ती दर पर टिकट देने का कॉन्सेप्ट दिया। कंपनी का यह कॉन्सेप्ट हिट साबित हुआ और बड़ी संख्या में मध्यम वर्ग आकर्षित हुए जो अभी तक महंगा किराया होने के कारण हवाई सफर से बचते थे। बाद के दिनों में अन्य कंपनियों ने भी इसी कॉन्सेप्ट को अपनाया और जमकर मुनाफा पीटा।

एक समय एयर इंडिया के ऑल्टरनेटिव के तौर पर देखे जाने वाले जेट एयरवेज के बेड़े में 120 विमान हुआ करते थे और वो एक लीडिंग एयरलाइन हुआ करती थी। कंपनी जब पीक पर थी तो हर रोज 650 फ्लाइट्स का ऑपरेशन करती थी। 2006 में कंपनी ने एयर सहारा को 50 करोड़ डॉलर में खरीदा और इंटरनेशनल उड़ान शुरू की। 2012 में कंपनी को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब वो घरेलू मार्केट शेयर के मामले में एक अन्य दिग्गज एयरलाइन कंपनी इंडिगो से पिछड़ गई। इसके बाद एक के बाद एक झटके कंपनी को लगते गए।

2013 में एतिहाद एयरवेज ने जेट का 24 प्रतिशत शेयर खरीदा, लगा कि इससे कंपनी फिर से रफ्तार पकड़ेगी मगर ऐसा नहीं हुआ। 2018 में कंपनी को पहली बार घाटा उठाना पड़ा। उसी साल अगस्त में कर्मचारियों की सैलरी में 25 प्रतिशत तक की कटौती कर दी गई। दिसंबर 2018 में घरेलू उड़ानों में परोसे जाने वाले फ्री खाना को भी बंद कर दिया गया। जनवरी 2019 में कंपनी बैंको से लिए लोन की ईएमआई तक नहीं भर पाई।

मार्च में नरेश गोयल ने कंपनी के चेयरमैन पद और बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। 17 अप्रैल 2019 को जेट ने रात 10 बजे अमृतसर से मुंबई के लिए अपनी आखिरी उड़ान भड़ी। इसी प्रकार एयरलाइन सेक्टर में कभी टिमटिमाने वाले तारे की तरह नजर आने वाला जेट एयरवेज बंद हो गया।

नरेश गोयल पर क्या हैं आरोप ?

बीते साल नवंबर में केनरा बैंक ने नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। बैंक द्वारा उनपर 538 करोड़ रूपये का घोटाला करने का आरोप है। इस शिकायत के आधार पर इस साल मई में सीबीआई ने जेट एयरवेज के संस्थापक के विरूद्ध केस दर्ज किया था। सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने 19 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ईडी ने इसी मामले में नरेश गोयल की गिरफ्तारी की है।

Krishna Chaudhary

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