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Jharkhand Election: महागठबंधन में घमासान, सीट बंटवारे पर भड़की RJD, पार्टी ने खोल रखे हैं सारे विकल्प
Jharkhand Election: झारखण्ड विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के बीच सियासी घमासान मच गया है।
Jharkhand Election: झारखंड में सत्तारूढ़ महागठबंधन में सीट बंटवारे पर घमासान छिड़ गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को ऐलान किया कि कांग्रेस और झामुमो की ओर से राज्य की 81 में से 70 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाएंगे। सोरेन के इस ऐलान पर सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल की ओर से सख्त नाराजगी जताई गई है। सोरेन के इस बयान से साफ हो गया है कि बाकी बची 11 सीटों में से ही राजद और वाम दलों को सीटों का बंटवारा किया जाएगा।
राजद ने इस बार झारखंड की अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रखी थी मगर सोरेन की घोषणा से पार्टी को करारा झटका लगा है। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि सीट बंटवारे का एकतरफा फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में हुए सीट बंटवारे से हम आहत हैं और हमने अपने सारे विकल्प खुले रखे हैं। ऐसे में राजद की ओर से अलग चुनाव लड़ने का बड़ा फैसला भी किया जा सकता है। हालांकि सोरेन राजद को मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
सोरेन की घोषणा पर राजद नाराज
चुनाव आयोग की ओर से घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान होना है। ऐसे में पहले चरण के मतदान के लिए अब काफी कम समय बचा है मगर सत्तारूढ़ महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर जबर्दस्त खींचतान दिख रही है। राजद सांसद मनोज झा ने सोरेन की ओर से की गई घोषणा पर नाराजगी जताते हुए कहा कि गठबंधन की प्रक्रिया में हमको शामिल नहीं किया गया। राजद नेता ने कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव और प्रदेश अध्यक्ष यहां मौजूद थे मगर गठबंधन में सीट बंटवारे का एकतरफा ऐलान कर दिया गया। उन्होंने कहा कि झारखंड में कई सीटों पर राजद मजबूत स्थिति में है मगर पार्टी की दावेदारी को नजरअंदाज कर दिया गया।
राजद की अनदेखी का बड़ा आरोप
राजद सांसद ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राजद ने सात सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे क्योंकि लालू यादव ने बड़ा दिल दिखाते हुए गठबंधन धर्म का पालन किया था। उनका लक्ष्य बीजेपी को सत्ता से बाहर करना था। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान हम पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर थे। इस बार भी हमारा लक्ष्य भाजपा को सत्ता से दूर रखना है मगर गठबंधन की प्रक्रिया में हमारी अनदेखी की गई।
राजद को मनाने में जुटे हैं हेमंत सोरेन
उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर हुई बैठक में राजद की दावेदारी की अनदेखी कर दी गई। उन्होंने कहा कि गठबंधन के सहयोगियों से हमारा आग्रह है कि राजद की ताकत के अनुरूप फैसला लिया जाना चाहिए और पार्टी को सम्मानजनक सीटें दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने 15 से 18 ऐसी सीटों की पहचान की है जिन पर हम अकेले भी लड़ जाएं तो भाजपा को हराने में सक्षम हैं। जानकारों का करना है कि राजद की ओर से अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला भी लिया जा सकता है। हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई नेता राजद को मनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
भाजपा ने झारखंड में किया जीत का दावा
इस बीच भाजपा की ओर से राज्य की 66 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी गई है। महागठबंधन में सीटों को लेकर पैदा हुए विवाद पर टिप्पणी करते हुए बिहार के डिप्टी सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल दल अगर मिलकर भी चुनाव लड़ेंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है क्योंकि झारखंड में इस बार एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन पूरी तरह एकजुट है और हरियाणा की जीत के बाद हमने झारखंड जीतने के लिए मजबूत रणनीति बना रखी है।