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मर गई इंसानियत: झारखंड में पैसे कम पड़ने पर इलाज से इंकार, मौत

Rishi
Published on: 21 Aug 2017 9:26 AM GMT
मर गई इंसानियत: झारखंड में पैसे कम पड़ने पर इलाज से इंकार, मौत
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रांची : झारखंड की राजधानी में एक अस्पताल ने सालभर के बच्चे का इलाज करने से सिर्फ इसलिए मना कर दिया, क्योंकि उसके पिता के पास इसके लिए पूरे पैसे नहीं थे। अस्पताल के इस रवैये के कारण बच्चे की मौत हो गई। श्याम के सिर में गिरने के कारण चोट लग गई थी। रविवार को उसे 'राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' (आरआईएमएस) ले जाया गया।

बच्चे के पिता संतोष कुमार के मुताबिक, चिकित्सकों ने सीटी स्कैन कराने के लिए कहा था।

पुलिस ने बताया कि सीटी स्कैन की लागत 1,350 रुपये थी और संतोष के पास 1,300 रुपये थे। उन्होंने लैब कर्मचारियों से पैसे की कमी के बावजूद स्कैन करने का आग्रह किया।

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लेकिन उन लोगों ने श्याम का स्कैन करने से मना कर दिया और बाद में उसकी मौत हो गई।

ऐसी ही मिलती-जुलती एक घटना में रविवार को गुमला जिले में एक मां और उसके अजन्मे बच्चे की मौत हो गई।

जानकी देवी को गुमला सदर अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। हालांकि अस्पताल ने ऑपरेशन नहीं किया और उसे 'राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' रेफर कर दिया।

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जानकी देवी के पति मुन्ना के अनुसार, अस्पताल प्रबंधन ने कागजी कार्रवाई पूरा करने में तीन घंटे का समय लगाया। इस प्रक्रिया के खत्म होने का इंतजार करते हुए जानकी देवी की मौत हो गई।

विपक्षी पार्टियों ने राज्य में 'लचर स्वास्थ्य सेवा' पर चिंता जताई है।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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