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शिवराज ने पत्रकारों के साथ कर डाली अपनी तुलना, जानिए क्यों

Rishi
Published on: 24 Sep 2017 11:28 AM GMT
शिवराज ने पत्रकारों के साथ कर डाली अपनी तुलना, जानिए क्यों
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भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आमजन के मन में पदों पर बैठे लोगों के जीवन में मौज-मस्ती भरा होने का आभास होता है, जबकि हकीकत इससे अलग होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद में लोगों को जलवे नजर आते हैं, मगर इस पद पर रहते हुए काम करना आसान नहीं है।

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राजधानी पत्रकार गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित के कार्यालय और द्वार के लोकार्पण समारोह में रविवार को चौहान ने कहा, "लोगों को लगता है कि पत्रकार के क्या जलवे हैं, मगर हकीकत यह है कि वे पूरे दिन भागते फिरते हैं और जो विज्ञापन आदि में आमदनी होती है, वह तो सारी मालिकों के खाते में चली जाती है। दैनिक अखबारों में काम करने वाला शायद ही ऐसा कोई पत्रकार होगा, जो रात के दो बजे से पहले घर पहुंचता होगा, बड़ा कठिन और चुनौतीपूर्ण पेशा है यह।"

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उन्होंने कहा, "लोग मेरे अर्थात मुख्यमंत्री के बारे में ऐसा ही कुछ सोचते होंगे, मगर ऐसा है नहीं, क्योंकि जो व्यक्ति पूरी ईमानदारी से काम करता है, उसके लिए इस पद की जिम्मेदारी निभाना आसान नहीं है।"

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मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कोशिश करेंगे कि सोसायटी को आवंटित जमीन की सारी औपचारिकताएं पूरी हो जाएं, ताकि पत्रकारों को आवास बनाने के लिए बैंक से कर्ज आसानी से मिल सकें। ऐसा इसलिए, क्योंकि बहुत कम ऐसे पत्रकार होंगे, जो मकान निर्माण के लिए अपने स्तर पर रकम जुटा सकें।

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इस समारोह में सांसद आलोक संजर, सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग और बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने द्वार और सोसायटी के कार्यालय का शुभारंभ किया।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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