TRENDING TAGS :
एमपी की सियासी घमासान के बीच ज्योतिरादित्य व बुआ यशोधरा एक साथ!
भोपाल। कांग्रेस के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश पीसीसी चीफ (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) बनाने की तेज होती मांग के बीच ग्वालियर का दौरा पूरा कर बुधवार शाम ज्योतिरादित्य सिंधिया बुआ वरिष्ठ भाजपा नेता यशोधराराजे के साथ रवाना हो गए। इधर ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर पोस्टर वार छिड़ा हुआ है।
इस जंग में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक जहां उनको पीसीसी अध्यक्ष बनाने की मांग वाले पोस्टर जगह-जगह लगा रहे हैं। वहीं दूसरा खेमा उन्हें हटाने में लगा हुआ है। कई जगहों पर सिंधिया के फटे हुए पोस्टर भी नजर आए हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी इस समय खुलकर सामने आ गई है।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी पद से दिया इस्तीफा
फिलहाल अधिकृत रूप से कोई भी यह बोलने को तैयार नहीं है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पोस्टर किसने चिपकाए या फिर किसने फाड़े। बहरहाल कांग्रेस यह कह रही है कि असामाजिक तत्व पोस्टर फाड़ रहे हैं। इसकी जांच कराई जाएगी।
उधर भाजपा कह रही है कि कांग्रेस में गृहयुद्ध की स्थिति है। एक गुट के कार्यकर्ता दूसरे गुट के नेता की राजनैतिक हत्या करने पर आमादा हैं।
ऐसे दिखे बुआ भतीजे साथ
सियासी घमासान के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया दो दिनों का ग्वालियर दौरा पूरा कर बुधवार शाम दिल्ली रवाना हुए। लेकिन मजे की बात यह रही कि उनके साथ भाजपा विधायक और शिवराज सरकार में मंत्री रहीं उनकी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया भी थीं।
इस संयोग या सियासी गणित से अंजान कार्यकर्ताओं के बीच रेलवे स्टेशन पर हंगामा भी हुआ। यशोधरा राजे सिंधिया को गुस्सा भी आया, वह ज्योतिरादित्य सिंधिया पर नाराज भी हुईं हालांकि बाद में बुआ को भतीजे ने सम्मान के साथ बैठाया और दोनों एक साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
कार्यकर्ताओं ने मांग ली माफी
बदले हालात में कार्यकर्ताओं ने भी यशोधरा राजे सिंधिया माफी मांग ली और मामला शांत हो गया। यहां गौर करने की बात यह भी है कि ग्वालियर दौरे के दौरान कई जगह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमल नाथ सरकार पर तीखा हमला भी बोला। यह हमला अवैध रेत उत्खनन को लेकर बोला था।
ऐसे में जबकि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के खेमे से ज्योतिरादित्य की तीखी होती रार साफ दिखाई दे रही है। ज्योतिरादित्य अपना अगला कदम क्या उठाते हैं इस पर कार्यकर्ताओं की नजर है।