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विधानसभा चुनाव 2018: मध्य प्रदेश में CM का चेहरा बनेंगे ज्योतिरादित्य, कांग्रेस की संभालेंगे कमान
मध्य प्रदेश (मप्र) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने बुधवार (27 सितंबर) को एक बड़ा बयान दिया है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। पिछले दो दशक में पहली बार हुआ जब राज्य में कांग्रेस में मुख्यमंत्री के लिए नई पीढ़ी के युवा को मैदान में उतारने का फैसला किया।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश (मप्र) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने बुधवार (27 सितंबर) को एक बड़ा बयान दिया है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे।
पिछले दो दशक में पहली बार हुआ जब राज्य में कांग्रेस में मुख्यमंत्री के लिए नई पीढ़ी के युवा को मैदान में उतारने का फैसला किया।
इस मामले में सबसे रोचक बात यह है कि 46 वर्षीय सिंधिया के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कांग्रेस के मध्यप्रदेश से ताल्लुक रखने वाले नेता कमलनाथ ने किया है। कमलनाथ खुद ही काफी समय से इस बात की लॉबिंग में जुटे थे कि उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया जाए।
बनाया जा सकता है मप्र कांग्रेस का अध्यक्ष
कांग्रेस में इस तरह के कयास लग रहे हैं कि सिंधिया को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। हालांकि कांग्रेस के एक सूत्र का कहना है कि हो सकता है कि राज्य कांग्रेस में सत्ता संतुलन के लिहाज से अभी ऐसा न किया जाए। बता दें कि राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव हैं तथा उनके पिता भी राज्य में कांग्रेस के कद्दावर नेता रह चुके हैं।
दिग्विजय ने भी की पेशकश
कांग्रेस की मप्र की राजनीति के एक और दिग्गज दिग्विजय सिंह पहले ही सिंधिया को प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने की पेशकश कर चुके हैं। हालांकि दिग्गी राजा के ज्योर्तिरादित्य के दिवंगत पिता माधव राव सिंधिया से संबंध बहुत अच्छे नहीं थे लेकिन अब वे भी इस बात पर खुद ही राजी हो गए कि नए चेहरे को पेश करना ही सही रणनीति है।
दूसरी ओर कमलनाथ जोकि लोकसभा में कांग्रेस ग्रुप के नेता पद पर नजरें गड़ाए हुए थे इस बात से नाराज थे कि राहुल गांधी ने उनकी वरिष्ठता की अनदेखी की है, लेकिन अब उन्हें हरियाणा का प्रभारी व महासचिव बनाए जाने के बाद उनकी नाराजगी खत्म हो गई है।