×

मध्य प्रदेश : पिता-पुत्र की पार्टी एक, चुनाव अलग-अलग

seema
Published on: 3 May 2019 7:43 AM GMT
मध्य प्रदेश : पिता-पुत्र की पार्टी एक, चुनाव अलग-अलग
X
मध्य प्रदेश : पिता-पुत्र की पार्टी एक, चुनाव अलग-अलग

छिंदवाड़ा। यह देश का शायद अकेला ऐसा संसदीय क्षेत्र है, जहां पिता-पुत्र एक साथ, एक ही पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। पिता विधानसभा के लिए और पुत्र लोकसभा के लिए। दोनों साथ-साथ प्रचार कर रहे हैं और विकास ही दोनों का चुनावी मुद्दा है। कमलनाथ अथवा उनके परिवार का सदस्य छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र का बीते 40 साल से प्रतिनिधित्व करता आ रहा है। कमलनाथ मुख्यमंत्री बनने से पहले नौ बार इस संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीत चुके हैं। इस संसदीय क्षेत्र पर मध्य प्रदेश के गठन के बाद वर्ष 1956 के बाद हुए चुनावों में अब तक सिर्फ एक बार 1997 में हुए उप-चुनाव में भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा को जीत मिली थी। इस सीट से कमलनाथ नौ बार, गार्गी शंकर शर्मा तीन बार, भीकुलाल चांडक, अलकानाथ व नारायण राव एक-एक बार कांग्रेस के सांसद रहे हैं।

यह भी पढ़ें : फिर से फंसे योगी जी: ‘बाबर की औलाद’ वाले कथित बयान पर EC की नोटिस

पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने विकास के 'छिंदवाड़ा मॉडल' को मुद्दा बनाया था। लोकसभा चुनाव में इस मॉडल की कोई चर्चा तो नहीं है, मगर छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा गया है। कांग्रेस की ओर से छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार नकुलनाथ और छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार मुख्यमंत्री कमलनाथ अब तक हुए विकास और आगे भी इसे जारी रखने को मुद्दा बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ ने इस लोकसभा चुनाव से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की है। उन्होंने चुनावी रैलियों में कहा है कि उनके लिए कमलनाथ की सीट का प्रतिनिधित्व करना बड़ी चुनौती है, विकास की जो यात्रा चल रही है, उसे जारी रखेंगे। हर वर्ग की जरूरतों को पूरा करना उनका लक्ष्य होगा और रोजगार उनकी प्राथमिकता में सबसे ऊपर होगा।

कमलनाथ ने यूं तो पूरे राज्य में कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया लेकिन बीच-बीच में छिंदवाड़ा भी जाते रहे। यहां उन्होंने एक दिन में कम से कम तीन और कभी-कभी उससे ज्यादा सभाएं भी की थीं। कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह माह के भीतर विधायक चुना जाना है, इसलिए छिंदवाड़ा में विधानसभा उपचुनाव हुआ है। कांग्रेस विधायक दीपक सक्सेना ने पद से इस्तीफा देकर कमलनाथ के लिए यह सीट खाली की है।

छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां कांग्रेस के नकुलनाथ का मुकाबला भाजपा के नथनशाह कवरेती से है और छिंदवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव के लिए कुल नौ उम्मीदवार मैदान में है। यहां कांग्रेस उम्मीदवार व मुख्यमंत्री कमलनाथ का मुकाबला भाजपा के विवेक साहू से है।

seema

seema

सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

Next Story