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Newstrack की खबर पर मुहर, कमलनाथ ने सीएम पद से दिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच आज एक नया मोड़ आया, जब कल अपने बागी विधायकों की प्रेस कांफ्रेंस देख कांग्रेस के नेता व कांग्रेस के राज्यसभा...
भोपाल। मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच आज एक नया मोड़ आया, जब कल अपने बागी विधायकों की प्रेस कांफ्रेंस देख कांग्रेस के नेता व कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह विधायकों को मनाने या यूं कहें की उनसे मिलने बंगलुरू पहुंचे।
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जहां उन्हें होटल के बाहर रोक दिया गया और पुलिस उन्हें हिरासत में ले ली। कांग्रेस नेता ने इस कृत्य को असंवैधानिक व घोर अलोकतांत्रिक करार दिया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता व विधायक राजभवन की ओर गए।
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कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ जाएगी...
आप को बता दें की अगर सभी 22 विधायक कांग्रेस के इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो राज्य में कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ जएगी और सरकार विश्वास खो देगी और कमलनाथ सरकार को इस्तीफा देना पड़ सकता है।
ऐसा है गणित
कांग्रेस के पास अभी तत्काल 92 विधायक है तथा इनके पास 4 निर्दलीय 1 सपा व 2 बसपा के विधायकों का समर्थन प्राप्त है। कूल मिलाकर कांग्रेस के पास 99 विधायक का ही समर्थन है जो बहुमत से दूर है। अगर स्पीकर ने 16 और विधायकों का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया तो इस परिस्थिती में सदन की कूल सदस्यों की संख्या 206 हो जाएगी।
कमलनाथ सरकार को सत्ता में बने रहने के लिए 104 विधायकों की जरुरत होगी। जो की उनके पास नहीं है, वहीं भाजपा पहले ही अपने 106 विधायकों की सूची व परेड़ राज्यपाल के सामने करा चुकी है। उस स्थिती में कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ जाएगी और कमलनाथ सरकार मध्यप्रदेश में सरकार चलाने की अहर्ता नहीं रखती और उसे इस्तीफा देना पड़ेगा।
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फिर सदन के मौजूदा सदस्यों की संख्या को देखते हुए राज्यपाल सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में भाजपा के पास पर्याप्त नंबर है और वह सरकार बना लेगी। इसके बाद राज्य में उपचुनाव होंगे और भाजपा को सत्ता में बने रहने के लिए 22 में से 10 विधानसभा सीट को हर हाल में जिताना होगा।
जिससे भाजपा सदन के कूल संख्या 230 में बहुमते के आंकड़ा 116 को छू पाएगी। और अगर कांग्रेस को दोबारा सत्ता में आना है तो उसे उपचुनाव में कम से कम 14 सीटें जीतनी होगी।
मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे पर आज पूर्ण विराम लग सकता है
आप को बता दें कि आज मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे पर आज पूर्ण विराम लग सकता है। कमलनाथ सरकार का आज शाम फ्लोर टेस्ट होना है। जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिन फैसला सुनाया था। वहीं कांग्रेस के बागी विधायकों के इस्तीफों को पार्टी के बाद अब स्पीकर ने भी स्वीकार कर लिया हैं।
कमलनाथ फ्लोर टेस्ट से पहले प्रेस कांफ्रेंस:
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस वार्ता बुलाई। मीडिया से बात करते ही उन्होंने कहा कि, 15 महीनों में हमने अच्छा काम किया। किसानों के लिये काम किया। लेकिन साढ़े 7 करोड़ जनता के साथ भाजपा ने विश्वासघात किया। आखिर 15 महीनों में हमने क्या गलती की।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा साजिश करती रहीं कि सरकार को कैसे अस्थिर किया जाएँ। किसानों के साथ धोखा किया। जनता धोखा करने वालों को माफ़ नहीं करती । सरकार बने के बाद से भाजपा साजिश करती रही। हमारे 22 विधायकों को बंधक बनाया।
दिग्विजय ने स्वीकारा, उनके पास बहुमत नहीं:
कांग्रेस नेता दिग्विजिय सिंह ने स्वीकार किया कि कांग्रेस के पास बहुमत साबित करने के लिए विधायकों की संख्या कम है। इसलिए वह बहुमत साबित नहीं कर सकते।
बीजेपी विधायक दल की बैठक :
फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई है। बैठक जारी हैं। इसके पहले कांग्रेस ने भी विधायक दल की बैठक बुलाई।