Kanjhawala accident case: कंझावला केस में गृह मंत्रालय की बड़ी कार्रवाई, PCR में तैनात सभी पुलिसवाले सस्पेंड...DCP तलब

Kanjhawala Accident case: कंझावला केस में गृह मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई की है। वारदात के समय तैनात पीसीआर वैन में मौजूद पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।

Kanjhawala accident case: कंझावला केस में गृह मंत्रालय की बड़ी कार्रवाई, PCR में तैनात सभी पुलिसवाले सस्पेंड...DCP तलब
प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)
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Kanjhawala Accident Case: दिल्ली के कंझावला केस में केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) ने बड़ा एक्शन लिया है। गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली पुलिस को तीन बेहद खास निर्देश दिए हैं। जिसमें कहा है, कि वारदात के समय जो PCR van तैनात थीं, उनमें मौजूद पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाए। आपको बता दें, इन पीसीआर वैन की तादाद तीन थी। साथ ही, मंत्रालय ने डीसीपी को भी तलब किया है।

गौरतलब है कि, गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने कंझावला केस में रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट मिलने के बाद गृह मंत्रालय ने गुरुवार (12 जनवरी) ये बड़ा एक्शन लिया है। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मिलने के बाद महत्वपूर्ण आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस पिकेट (Police Picket) और PCR में मौजूद पुलिसकर्मियों पर गृह मंत्रालय ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

MHA ने निर्देश में क्या कहा?

केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जिस वक्त वारदात हुई, इलाके के डीसीपी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उस समय कानून-व्यवस्था के क्या इंतजाम थे, पूछा गया है कि अगर कुछ उचित जवाब नहीं है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। एक अन्य निर्देश में ये भी कहा गया है कि हादसे वाली जगह के आसपास इलाकों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए। 

शालिनी सिंह की रिपोर्ट पर MAH ने दिए निर्देश

दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह (Senior Officer Shalini Singh) की रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) को यह निर्देश दिए हैं। गृह मंत्रालय (MAH) ने संबंधित विभाग से यह भी कहा है कि दिल्ली के सुनसान इलाकों तथा बाहरी दिल्ली (Outer Delhi) के कई इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। आपको बता दें कि, कंझावला डेथ केस में गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी। गृह मंत्रालय के इसी आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह को जांच के बाद रिपोर्ट तैयार करने को कहा था। इस रिपोर्ट के मिलने के बाद गृह मंत्रालय ने ये महत्वपूर्ण आदेश दिया था।

दिल्ली के बाहरी इलाके कंझावला में अंजलि सिंह की मौत 31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरमियानी रात हुई थी। उसके शव को दिल्ली की सड़कों पर 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था। लेकिन, चौंकाने वाली बात ये है कि ये सब उस रात हुआ, जब पूरा देश नए साल का जश्न मना रहा था। उस वक्त दिल्ली पुलिस की विशेष सुरक्षा दावों के बीच अंजलि ने बीच सड़क पर दम तोड़ दिया था।