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Karnataka Politics: कर्नाटक में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी जेडीएस, कुमारस्वामी बोले-किसी भी दल से नहीं करेंगे गठबंधन
Karnataka Politics: जेडीएस की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए कुमारस्वामी जल्द रथयात्रा की शुरुआत करने वाले हैं।
Karnataka Politics: कर्नाटक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी अपने दम पर चुनावी अखाड़े में उतरेगी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में हम किसी भी राजनीतिक दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगे। उन्होंने दावा किया कि जेडीएस को राज्य के लोगों का व्यापक समर्थन मिल रहा है और हम अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब होंगे।
कुमारस्वामी जल्द निकालेंगे रथयात्रा
जेडीएस की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए कुमारस्वामी जल्द रथयात्रा की शुरुआत करने वाले हैं। कुमारस्वामी की सड़क यात्रा की शुरुआत 1 नवंबर को कोलार जिले से होगी। पार्टी की ओर से इस रथयात्रा की जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस रथयात्रा के जरिए हम अपने पार्टी की नीतियों और योजनाओं के संबंध में जनता को जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि अपने मुख्यमंत्रित्व काल में हमने राज्य के लोगों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम बनाए थे।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची पर काम शुरू हो गया है। आगामी 1 नवंबर को पार्टी के करीब सवा सौ प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से हम 123 सीटें जीतकर अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाब होंगे।
चुनाव में बहुमत मिलने का दावा
कुमारस्वामी ने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में हमारी किसी भी दल से गठबंधन की कोई योजना नहीं है। हमारी पार्टी चुनावी तैयारियों में जुटी हुई है और हम अकेले चुनाव मैदान में उतरेंगे। बहुमत न मिलने की स्थिति में पार्टी का क्या रुख होगा, इस सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी स्थिति में हम निर्दलीयों का समर्थन लेकर सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने राज्य के विभिन्न इलाकों का दौरा किया है और जेडीएस के पक्ष में राज्य में अच्छा माहौल दिख रहा है। इसी कारण हमें पूरा भरोसा है कि हमें चुनाव के दौरान बहुमत हासिल हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि अभी विधानसभा चुनाव करीब छह महीने दूर है और इस दौरान हम अपनी चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप दे देंगे। कुमारस्वामी ने कहा कि पार्टी की ओर से कम से कम 123 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि राज्य का कोई छोटा दल हमारे साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहेगा तो उसे चार-पांच सीटें दी जा सकती हैं।
कर्नाटक में दिलचस्प होगी सियासी जंग
कुमारस्वामी के इस ऐलान को सियासी नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य में सरकार बनाई थी। हालांकि बाद में दोनों दलों के बीच खींचतान शुरू हो गई थी और कुमारस्वामी को पद से हटना पड़ा था। वैसे करीब 16 वर्ष पूर्व जेडीएस भाजपा के साथ मिलकर भी सत्ता सुख का आनंद उठा चुकी है। कुमारस्वामी का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस की ओर से जेडीएस से गठबंधन की कोशिशें की जा रही हैं मगर हम किसी से हाथ मिलाने के इच्छुक नहीं हैं।
कर्नाटक में इस बार कांग्रेस ने भी पूरा जोर लगा रखा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को कर्नाटक में व्यापक समर्थन मिला है। इस कारण पार्टी नेताओं की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। दूसरी और भाजपा ने भी राज्य में पूरी ताकत लगा रखी है। ऐसे में कर्नाटक की सियासी जंग काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है।