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Border Dispute: कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद उग्र, दोनों राज्यों में एक-दूसरे की बसों पर हमला..पवार बोले- बहुत हुआ
Karnataka-Maharashtra Dispute: कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद उग्र रूप ले चुका है। दोनों राज्यों में एक-दूसरे की गाड़ियों को निशाना बनाया जा रहा है।
Karnataka-Maharashtra Border Dispute: कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। दोनों राज्यों में आने-जाने वाली गाड़ियों को निशाना बनाया जा रहा है। कर्नाटक में महाराष्ट्र के वाहनों पर हमले हुए। जिसके विरोधस्वरूप महाराष्ट्र के पुणे जिले में शिव सेना के कार्यकर्ताओं कर्नाटक की सरकारी बसों पर कालिख पोत दी। इस विवाद में अब राजनीतिक बयानबाजियां तेज हो चली हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।
कर्नाटक और महाराष्ट्र का सीमा विवाद हिंसक होने लगा है। दोनों राज्य एक-दूसरे की बसों को निशाना बना रहे हैं। मंगलवार (06 दिसंबर) को कर्नाटक के बेलगावी में महाराष्ट्र नंबर वाली बसों-ट्रकों को रोक कर काली स्याही पोत दी गई। इतना है नहीं, उन पर पथराव भी हुए। महाराष्ट्र में भी जवाबी कार्रवाई हुई। शिव सैनिकों ने पुणे में कर्नाटक नंबर की बसों पर हमला बोला।
शरद पवार- लोगों में दहशत है
इस पूरे मसले पर मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा, 'महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद बीते कई वर्षों से हैं। इसलिए सीमा विवाद मामले पर जब भी कोई घटनाक्रम होता है, मुझे कॉल जरूर आता है। NCP चीफ ने ये बातें प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। शरद पवार ने मीडिया से बातचीत में एक संदेश पढ़कर सुनाया। जिसमें कहा गया था सीमा विवाद मामले पर स्थिति गंभीर है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री आगे आकर इस मामले का ठोस निदान निकालें। उन्होंने कहा, कर्नाटक में महाराष्ट्र के लोगों पर हमले हो रहे हैं। लगातार गाड़ियों को निशाना बनाया जा रहा है। लोगों में दहशत है।
पवार- CM शिंदे सभी पार्टियों को लें विश्वास में
एनसीपी चीफ शरद पवार ने आगे कहा, 'कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने बात करने के बावजूद कोई नरमी नहीं दिखाई। पवार बोले, किसी को भी हमारे (महाराष्ट्र) धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। ये गलत दिशा में नहीं जाना चाहिए। एनसीपी नेता ने कहा, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को कोई भी फैसला लेने से पहले सभी पार्टियों को विश्वास में लेना चाहिए। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। मैं सभी सांसदों से एक साथ आने और इस विवाद पर अपना स्टैंड लेने का अनुरोध करता हूं।'
बेलगाम ना भेजें बस, हो सकता है हमला'
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद (Maharashtra-Karnataka Border Dispute) गहराता जा रहा है। यह मामला सुलझने की बजाय और पेचीदा हो गया है। कर्नाटक की बसवराज बोम्मई सरकार ने महाराष्ट्र की राज्य परिवहन की बस को बेलगाम में आने से माना किया है। कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) ने संभावना जताई है कि यहां महाराष्ट्र की बसों पर पथराव हो सकता है।
फडणवीस-बोम्मई की हुई बात, दिया भरोसा
उल्लेखनीय है कि, ये विवाद तब बढ़ा है जब कर्नाटक और महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है। आज सीमा विवाद पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) से बात की। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि फडणवीस ने कर्नाटक के सीएम से बात की और बेलगावी के पास हिरेबगवाड़ी में हुई घटनाओं पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। इस पर कर्नाटक सीएम ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही। बसवराज बोम्मई ने फडणवीस को आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र से आने वाली गाड़ियों को सुरक्षा की जाएगी।
दरअसल, बेलगावी में 'कर्नाटक रक्षणा वेदिके' नाम के एक संगठन ने हफ्ते भर पहले एक छात्र की पिटाई मामले में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। आरोप था कि कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान कर्नाटक का झंडा लहराने से कन्नड़ छात्र की मराठी छात्रों ने पिटाई कर दी थी। इसी के बाद विवाद लगातार बढ़ता चला गया।