Karnataka New CM: फैसले को लेकर उलझी गुत्थी, शिवकुमार बोले-नहीं जाएंगे दिल्ली, हमने चुनाव जिता दिया, अब आलाकमान की बारी

Karnataka New CM: कांग्रेस विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में प्रस्ताव पारित कर नए मुख्यमंत्री का नाम तय करने की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जा चुकी है।

Anshuman Tiwari
Published on: 15 May 2023 1:20 PM GMT (Updated on: 15 May 2023 1:44 PM GMT)
Karnataka New CM: फैसले को लेकर उलझी गुत्थी, शिवकुमार बोले-नहीं जाएंगे दिल्ली, हमने चुनाव जिता दिया, अब आलाकमान की बारी
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DK Shivakumar (फोटो: सोशल मीडिया )

Karnataka New CM: कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद नए मुख्यमंत्री का फैसला करना कांग्रेस नेतृत्व के लिए काफी मुश्किल हो गया है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार की ओर से बराबर की टक्कर मिल रही है। नए मुख्यमंत्री के फैसले को लेकर पार्टी हाईकमान भी ऊहापोह की स्थिति में फंसा हुआ है। कांग्रेस विधायक दल की रविवार को हुई बैठक में प्रस्ताव पारित कर नए मुख्यमंत्री का नाम तय करने की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपी जा चुकी है।

नए मुख्यमंत्री का फैसला करने के लिए पार्टी हाईकमान की ओर से कर्नाटक कांग्रेस के दो बड़े चेहरों सिद्धारमैया और शिवकुमार को दिल्ली बुलाया गया है। इस बीच शिवकुमार ने बेंगलुरु में बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैंने दिल्ली न जाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी को जिताने के लिए जो काम करना था, वह मैंने पूरा कर दिया है। अब हाईकमान के फैसले की बारी है। आज मेरा जन्मदिन है और मैं यही रहकर जन्मदिन मनाऊंगा।

दोनों खेमों के बीच जोर आजमाइश

कर्नाटक के चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के खेमों के बीच जोर आजमाइश का दौर शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री पद का पेंच सुलझाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे दिल्ली पहुंच गए हैं। कांग्रेस विधायक दल की ओर से खड़गे को नए मुख्यमंत्री का फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि खड़गे इस बाबत सोनिया गांधी और राहुल गांधी से चर्चा करने के बाद फैसला लेंगे।

सिद्धारमैया ने किया विधायकों के समर्थन का दावा

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच सीएम पद को लेकर हुए पैदा हुए विवाद को सुलझाने के लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से दोनों नेताओं को दिल्ली तलब किया गया है। पार्टी हाईकमान के बुलावे पर सिद्धारमैया दिल्ली रवाना हो गए हैं।

दिल्ली रवाना होने से पहले सिद्धारमैया ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि राज्य के अधिकांश विधायक सीएम पद को लेकर मेरे पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश विधायकों ने मेरे पक्ष में वोट किया है। इसके साथ ही उन्होंने शिवकुमार के साथ अपने अच्छे रिश्तों का भी दावा किया।

दिल्ली जाने से शिवकुमार का इनकार

दूसरी ओर मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे शिवकुमार ने दिल्ली जाने से इनकार कर दिया है। उन्होंने आज कहा कि मैंने दिल्ली न जाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व की ओर से कर्नाटक में मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई थी, मैंने उस जिम्मेदारी को पूरा कर दिया है। हम सभी कर्नाटक में कांग्रेस को जिताने की कोशिश में जुटे हुए थे और हमने इस काम में कामयाबी हासिल कर ली है। अब मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला लेने की जिम्मेदारी आलाकमान की है। शिवकुमार के इस बयान के बाद अब गेंद पूरी तरह हाईकमान के पाले में है।

दरअसल शिवकुमार का 61वां जन्मदिन है और अपने जन्मदिन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मैं यहीं पर रह कर अपना जन्मदिन मनाऊंगा। उन्होंने कहा कि आज जन्मदिन होने के कारण मुझे यहां पर पूजा भी करनी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस को व्यापक समर्थन देते हुए 135 सीटों पर जीत दिलाई है। मेरे लिए इससे बेहतर रिटर्न गिफ्ट और क्या हो सकती है। इससे पूर्व रविवार को शिवकुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से किसी भी प्रकार का मतभेद होने से इनकार किया था।

विधायकों की पसंद पर होगा फैसला

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि रविवार को बेंगलुरु के एक होटल में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पार्टी के सभी नवनिर्वाचित 135 विधायकों ने हिस्सा लिया था। पार्टी पर्यवेक्षकों की ओर से विधायकों से उनकी पसंद के संबंध में चर्चा की गई थी। नए मुख्यमंत्री के संबंध में विधायकों ने वोटिंग भी की थी।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अब इस बैलट बॉक्स को दिल्ली ले जाने की तैयारी है और वहां पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने विधायकों के मतों की गिनती की जाएगी और उसी के हिसाब से फैसला लिया जाएगा। हालांकि पार्टी की ओर से अधिकृत तौर पर यह बात नहीं कही जा रही है क्योंकि इससे पार्टी में गुटबाजी पनपने का खतरा है।

18 मई को हो सकता है शपथग्रहण समारोह

पार्टी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री को लेकर गहराई से मंथन शुरू हो चुका है। पार्टी नेतृत्व जल्द से जल्द इस बाबत फैसला लेना चाहता है। माना जा रहा है कि यह फैसला मंगलवार या बुधवार को लिया जा सकता है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक 18 मई को कर्नाटक की नई सरकार का शपथग्रहण समारोह हो सकता है। राज्य की नई सरकार में मुख्यमंत्री के अलावा 30 कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। इस बीच मुस्लिम नेताओं की ओर से भी कांग्रेस पर दबाव बनाया जा रहा है। मुस्लिम नेताओं की मांग है कि कांग्रेस को मुस्लिम समुदाय का व्यापक समर्थन हासिल हुआ है और इसलिए राज्य में एक डिप्टी सीएम मुस्लिम वर्ग से बनाया जाना चाहिए। इसके साथ ही मुस्लिम नेताओं ने राज्य में पांच अच्छे विभाग भी मुस्लिम मंत्रियों को सौंपने की मांग की है।

हाईकमान को सता रहा है इस बात का डर

जानकारों के मुताबिक सिद्धारमैया की ओर से पावर शेयरिंग फार्मूले की भी पेशकश की गई है। हालांकि शिवकुमार ने इससे इनकार करते हुए राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पैदा हुए विवाद का जिक्र किया है। राज्य में नेतृत्व के फैसले के संबंध में कांग्रेस हाईकमान काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है।

पार्टी नेतृत्व को भी राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसा विवाद पैदा होने का डर सता रहा है। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जंग छिड़ी हुई है जबकि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने मोर्चा खोल रखा है। इन दोनों राज्यों में पैदा हुए विवाद का हल कांग्रेस हाईकमान की ओर से आज तक नहीं किया जा सका है।

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