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PFI Raid: PFI और SDPI नेताओं के घर और दफ्तर पर कर्नाटक पुलिस ने मारा छापा
कर्नाटक में पुलिस अब पीएफआई के साथ–साथ एसडीपीआई के नेताओं के दफ्तर और आवास पर रेड मार रही है।
PFI Raid: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) दक्षिणी राज्यों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में काफी एक्टिव है। इन राज्यों में संगठन का मजबूत बेस है। केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई और अन्य 8 संगठनों पर 5 साल का बैन लगाए जाने के बाद कर्नाटक पुलिस ने भी कार्रवाई तेज कर दी है। भाजपा शासित कर्नाटक में पुलिस अब पीएफआई के साथ–साथ एसडीपीआई के नेताओं के दफ्तर और आवास पर रेड मार रही है। यहां स्पष्ट कर दें एसडीपीआई जो कि एक राजनीतिक दल है, उसपर अभी तक कोई बैन नहीं लगा है। लेकिन कर्नाटक में बीजेपी कार्यकर्ताओं के ऊपर हुए हमले में पीएफआई के साथ – साथ एसडीपीआई से जुड़े लोगों के नाम भी सामने आते रहे हैं। जांच एजेंसियों की माने तो एसडीपीआई पीएफआई की ही राजनीतिक शाखा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक पुलिस ने राज्य के कई हिस्सों में एकसाथ पीएफआई और एसडीपीआई नेताओं के घर और दफ्तर पर छापेमारी की है। इस कार्रवाई के बारे में अभी तक पुलिस की तरफ से आधिकारिक बयान नहीं आया है। इससे पहले मंगलवार को जिला पुलिस ने कलबुर्गी में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के सदस्यों के आवासों पर छापेमारी की थी।
पुलिस टीम ने मजार हुसैन सहित पीएफआई के सदस्यों को उनके इकबाल कॉलोनी स्थित आवास और इसामुद्दीन शेख को मिल्लत नगर इलाके से हिरासत में लिया था। हुसैन और इसामुद्दीन शेख दोनों को तहसीलदार के समक्ष पेश किया गया, और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। पुलिस ने एसडीपीआई सचिव अलीम इलाही के कमर कॉलोनी स्थित आवास पर भी छापेमारी की, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। पुलिस ने अलीम इलाही समेत एसडीपीआई के दो कार्यकर्ताओं की तलाश तेज कर दी है।
बता दें कि 8 सितंबर को एनआईए ने बीजेपी युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के मामले में दक्षिण कन्नड़ जिले में एसडीपीआई नेता के घर में रेड मारी थी। जांच एजेंसी ने एसडीपीआई के राष्ट्रीय सचिव रियाज फरंगीपेट के आवास पर छापा मारा था। मिली जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) पर जल्द बैन लगा सकता है। गुरूवार सुबह ट्वीटर इंडिया ने भी भारत सरकार की अनुशंसा पर पीएफआई के आधिकारिक हैंडल को सस्पेंड कर दिया।