चिदंबरम का बड़ा सवाल : एफआईपीबी के 6 सचिव आरोपी क्यों नहीं

Rishi
Published on: 5 Aug 2017 11:22 AM GMT
चिदंबरम का बड़ा सवाल : एफआईपीबी के 6 सचिव आरोपी क्यों नहीं
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नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को सरकार से पूछा कि यदि 2007 में एक मीडिया हाउस को विदेशी निवेश प्राप्त करने के लिए दी गई मंजूरी गलत थी, तो विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) के छह सचिवों को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया। इस मामले में उनके बेटे कार्ति शामिल हैं।

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चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, "अगर उस खास मामले में एफआईपीबी की मंजूरी गलत थी, तो सीबीआई ने छह सचिवों को आरोपी क्यों नहीं बनाया? क्या इसलिए कि छह सचिव स्पष्ट तौर पर ईमानदार थे।"

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हालांकि कांग्रेसी नेता ने इस मामले का जिक्र नहीं किया। लेकिन जाहिर तौर पर वह मॉरिशस से कथित रूप से धन प्राप्त करने के लिए आईएनएक्स मीडिया को दी गई एफआईपीबी मंजूरी का जिक्र कर रहे थे।

सीबीआई इस मामले में कीर्ति से पूछताछ करना चाहती है और उन्हें सम्मन जारी किया गया है। आरोप है कि चिदंबरम के बेटे द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से संचालित एक कंपनी ने मीडिया हाउस से पैसा लिया था।



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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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