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Jammu-Kashmir: घाटी में कश्मीरी पंडितों का आंदोलन और तीखा, पलायन की धमकी के बाद कई ट्रांजिट कैंप सील

Jammu-Kashmir: घाटी में पिछले कई दिनों से चल रहा कश्मीरी पंडितों का आंदोलन हिंदू शिक्षिका रजनी बाला की हत्या के बाद और तीखा हो गया है। रजनी बाला के अंतिम संस्कार के मौके पर काफी संख्या में प्रदर्शनकारी कुलगाम की सड़कों पर उतर आए सरकार से न्याय देने की मांग की।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 1 Jun 2022 5:25 PM IST
Kashmiri Pandits Movement intensified in Valley many transit camps sealed after threat of exodus
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कश्मीरी पंडितों का आंदोलन। (Social Media) 

Jammu-Kashmir: घाटी में पिछले कई दिनों से चल रहा कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) का आंदोलन हिंदू शिक्षिका रजनी बाला की हत्या के बाद और तीखा हो गया है। आतंकियों के हमले में रजनी बाला की मौत के बाद लोगों में भारी गुस्सा दिख रहा है। कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या (Kashmiri Pandit Rahul Bhatt murdered) के कुछ दिनों बाद ही आतंकियों ने रजनी बालों को स्कूल में घुसकर मार डाला। रजनी बाला के अंतिम संस्कार के मौके पर काफी संख्या में प्रदर्शनकारी कुलगाम की सड़कों पर उतर आए सरकार से न्याय देने की मांग की।

इस बीच राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों(Kashmiri Pandit) का आंदोलन भी लगातार चल रहा है। पिछले 18 दिनों से आंदोलन कर रहे कश्मीरी पंडितों ने अब पलायन की चेतावनी दी है। कश्मीरी पंडितों का कहना है कि यदि उन्हें 24 घंटे के भीतर सुरक्षित स्थानों पर नहीं पहुंचाया गया तो वे पलायन पर मजबूर होंगे। कश्मीरी पंडितों की इस धमकी से सरकार और प्रशासन बेकफुट पर नजर आ रह हैं। प्रशासन की ओर से कश्मीरी पंडितों को ट्रांजिट कैंपों तक ही सीमित कर दिया गया है। उनके कैंपों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है।

हिंदू शिक्षिका की हत्या से गुस्सा उफान पर

दरअसल कुलगाम में मंगलवार को हिंदू शिक्षिका रजनी बाला की हत्या (Hindu teacher Rajni Bala murdered) के बाद लोगों का गुस्सा उफान पर है। आतंकियों ने स्कूल में घुसकर बच्चों के सामने ही रजनी बाला की हत्या कर दी थी। रजनी बाला को सुबह ही उनके पति ने स्कूल छोड़ा था और जब वे स्कूल के अंदर पहुंचीं तो घात लगाए आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करके उनकी जान ले ली थी। इस घटना से कुछ दिनों पहले आतंकियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट को निशाना बनाया था। आतंकियों ने बडगाम के सरकारी दफ्तर में घुसकर राहुल भट्ट की हत्या कर दी थी।

लोगों के गुस्से को शांत करने के लिए भाजपा नेता भी रजनी बाला के आवास पर पहुंचे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना और सांसद जुगल किशोर ने रजनी बाला के परिजनों से बात की और हत्या करने वाले आतंकियों के खिलाफ बड़े अभियान का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि हत्याकांड में शामिल किसी भी आतंकी को बख्शा नहीं जाएगा।

कश्मीरी पंडितों के कैंप सील

कश्मीरी पंडितों की ओर से दी गई पलायन की धमकी के कारण सरकार और प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं। कश्मीरी पंडितों का पलायन रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस ने ट्रांजिट कैंपों को सील कर दिया है। श्रीनगर के इंदिरा नगर इलाके में बने ट्रांजिट कैंप के एंट्री प्वाइंट को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया है और किसी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। ऐसी ही कार्रवाई कुछ और ट्रांजिट कैंप में भी की गई है।

दूसरी ओर कश्मीरी पंडित आतंकी घटनाओं के खिलाफ लगातार अपना विरोध जताने में जुटे हुए हैं। वेसु पंडित कॉलोनी में बने ट्रांजिट कैंप में रहने वाले सैकड़ों कश्मीरी पंडितों ने बाहर निकलकर प्रदर्शन किया और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनका किसी दूसरे सुरक्षित जगह पर पुनर्वास से किया जाना चाहिए।

पलायन रोकने के लिए प्रशासन का बड़ा कदम

कश्मीरी पंडितों का कहना है कि वे सरकार से सुरक्षा की मांग करते-करते थक चुके हैं मगर सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। इस बीच आतंकी लगातार हिंदुओं और कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाने में जुटे हुए हैं। इसलिए हमें 24 घंटे के भीतर किसी दूसरे सुरक्षित स्थान पर भेजा जाना चाहिए। इस बाबत उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बातचीत के बाद भी अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया।

सूत्रों के मुताबिक कश्मीरी पंडितों की धमकी से पुलिस और प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई है क्योंकि इसका बहुत गलत संदेश जाने की आशंका जताई जा रही है। यही कारण है कि कई शिविरों के मुख्य द्वारों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है ताकि कश्मीरी पंडितों का पलायन रोका जा सके।



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Deepak Kumar

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